05 DECFRIDAY2025 3:17:25 PM
Nari

Power of Education! जब डॉ. राधाकृष्णन का खुद स्वागत करने आई थी ब्रिटेन की महारानी

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 05 Sep, 2025 03:25 PM
Power of Education! जब डॉ. राधाकृष्णन का खुद स्वागत करने आई थी ब्रिटेन की महारानी

नारी डेस्क:  भारत के इतिहास में पांच सितंबर की तारीख का एक खास महत्व है। दरअसल इस दिन देश के द्वितीय राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था और उन्हीं के सम्मान में इस दिन को ‘शिक्षक दिवस' के रूप में मनाया जाता है। पांच सितंबर 1888 को तमिलनाडु में जन्मे डॉ. राधाकृष्णन को भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद् और महान दार्शनिक के तौर पर जाना जाता है। पूरे देश को अपनी विद्वता से अभिभूत करने वाले डॉ. राधाकृष्णन को भारत सरकार ने सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न' से अलंकृत किया था।


डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक ऐसे विचारक, शिक्षाविद और राजनेता थे, जिन्होंने भारत की शिक्षा और दर्शन को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई।  ये शिक्षा की शक्ति ही थी कि  ब्रिटेन की महारानी (Queen Elizabeth II) खुद  राधाकृष्णन जी का स्वागत करने आई थी। सालों पहले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें महारानी डॉ. सर्वपल्ली को सम्मान देती दिखाई दी। 


इस वीडियो में देखा गया कि Queen Elizabeth खुद स्टेशन पर राधाकृष्णन जी का स्वागत करने आई। भले ही यह वीडियो पुराना है लेकिन इसे देखकर आज भी भारतीयों को बेहद गर्व होता है।  यह वीडियो भारत और ब्रिटेन के ऐतिहासिक रिश्तों और उस दौर के राजनयिक माहौल की झलक पेश करती है। 


बता दें कि राधाकृष्णन ने अपनी जिंदगी का बड़ा हिस्सा पढ़ाने में बिताया। उन्होंने मद्रास, मैसूर और कलकत्ता विश्वविद्यालयों में दर्शनशास्त्र पढ़ाया। कहा जाता है कि जब वे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (लंदन) में लेक्चर देने गए तो पश्चिम के विद्वान भी उनके ज्ञान से प्रभावित हो गए थे। वे स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति (1952-1962) बने। उसके बाद दूसरे राष्ट्रपति (1962-1967) बने। उनके राष्ट्रपति बनने के दिन (5 सितंबर) को ही आज शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
 

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