सर्दियों के मौसम में चेहरे के साथ पैरों के ड्राई होने की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। पैरों के रूखे होने के साथ-साथ कटने, फटने यहां तक की दरारें पड़ने लगती है। किसी-किसी को तो पैरों में दर्द, ऐंठन, खुजली भी होती है। ऐसे में अगर आप इस समस्या से परेशान है तो कुछ आवश्यक तेल का इस्तेमाल कर इस प्रॉब्लम से निजात पाया जा सकता है। तो चलिए बात करते है इन आवश्यक तेल के बारे में...
लैवेंडर आवश्यक तेल
एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेट्री गुणों से भरपूर लैवेंडर ऑयल पैरों की नमी बरकरार रखने का स्किन को हाइड्रेट करने का काम करता है। इससे मालिश करने से पैरों में होने वाले दर्द से भी छुटकारा मिलता है।
आर्गन आवश्यक तेल
फैटी एसिड और कई पोषक तत्वों से बना यह तेल स्किन के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह रूखी पड़ी स्किन को मॉश्चर प्रदान कर त्वचा के स्वास्थ्य को सही रखने में मदद करता है।
नीलगिरी आवश्यक तेल
पैरों की एड़ियों के कटने- फटने की समस्या में नीलगिरी का तेल लगाना बेस्ट ऑप्शन है। यह पैरों की त्वचा को हाइड्रेट करने करता है। साथ ही इसमें होेने वाले दर्द, सूजन जैसी परेशानियों से भी निजात दिलाने में मदद करता है।
पेपरमिंट एसेंशियल ऑयल
ओमेगा -3 फैटी एसिड, मेन्थॉल आदि पोषक तत्वों से बना पेपरमिंट एसेंशियल ऑयल पैरों को ठंडक पहुंचाता है। इस तेल की मालिश करने से पैरों की रूखी- बेजान त्वचा को नमी मिलती है। साथ ही पैरों में होने वाले दर्द, ऐंठन, खुजली दूर हो पैर कोमल और ग्लोइंग होते हैं।
पचौली आवश्यक तेल
पैरों में दरारें, रूखेपन और घावों की समस्या होने पर पचौली तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। इसमें पाएं जाने वाले एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरियल गुण इन्हें नमी पहुंचाने के साथ सॉफ्ट और तरोताजा फील करवाने में मदद करते है।
टी-ट्री आवश्यक तेल
औषधीय गुणों से भरपूर टी-ट्री ऑयल स्किन के लिए काफी फायदेमंद है। इसमें पाएं जाने जीवाणुरोधी, एंटी-बैक्टीरियल गुण त्वचा को हानिकारक बैक्टीरिया से बचाने में मदद करते है। इस तेल से मालिश करने से पैरों में होने वाली खुजली, ड्राईनेस, जलन आदि की परेशानी कम होती है। आप इस तेल को किसी और तेल के साथ मिक्स करके लगा सकते है।