बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनम कपूर जल्दी ही मां बनने वाली हैं, जिसकी खबर उन्होंने खुद अपने मैटरनिटी फोटोशूट की तस्वीरें शेयर करके दी। तस्वीरों में वह अपने बेबी बंप को गोद में लिए बेहद खुश नजर आ रही हैं। मगर, क्या आप जानते हैं कि एक्ट्रेस बहुत कम उम्र में टाइप-1 मधुमेह से जूझ रही हैं, जो गर्भावस्था को प्रभावित कर सकता है? चलिए एक्सपर्ट से जानते हैं कि टाइप-1 डायबिटीज मां और बच्चे को कैसे प्रभावित कर सकता है।
टाइप-1 डायबिटीज क्या है?
टाइप-1 मधुमेह में अग्न्याशय बहुत कम या कोई इंसुलिन पैदा नहीं कर पाता है। इंसुलिन एक हार्मोन है जो ऊर्जा उत्पादन के लिए कोशिकाओं में शर्करा (ग्लूकोज) की अनुमति देता है। यह ज्यादातर आनुवांशिकी कारण से होता है, जिसका सबसे ज्यादा खतरा किशोरों को होता है।
प्रेगनेंसी को कैसे करता है प्रभावित?
एक्सपर्ट के मुताबिक, टाइप-1 डायबिटीज में इंसुलिन ना बनने की वजह से शुगर का स्तर प्रभावित होता है। इससे मां और बच्चे दोनों को नुकसान हो सकता है। इसके कारण समय से पहले डिलीवरी होने का खतरा बना रहता है। इसके अलावा...
. जन्म के बाद शिशु को श्वसन विकार या सांस लेने में तकलीफ हो सकती है
. जन्म के ठीक बाद रक्त शर्करा का कम होना
. गर्भपात या मृत बच्चे का खतरा
. मैक्रोसोमिया
. प्रसव के समय शिशु का कंधा फंसना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
महिलाएं किन बातों का रखें ध्यान?
1. एक्सपर्ट के मुताबिक, अगर कोई महिला पहले से ही टाइप 1 या 2 डायबिटीज की मरीज है तो उन्हें अपने शुगर स्तर का ध्यान रखना चाहिए।
2. किसी भी जटिलता से बचने के लिए आपको अपना वजन नियंत्रण में रखना होगा।
3. आप योग, पैदल चलना, तैराकी, एरोबिक्स या अपनी पसंद की कोई अन्य फिजिकल एक्टिविटी कर सकती हैं।
4. पर्याप्त पानी पीएं। साथ ही सोडा या कोला जैसी सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन ना करें क्योंकि इससे शुगर लेवल बढ़ सकता है।
5. डाइट में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां और दालें शामिल करें। साथ ही जंक, प्रोसेस्ड, ऑयली और डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों से दूरी बनाकर रखें।
6. मीठे फूड्स और कार्बोहाइड्रेट को ना कहें क्योंकि इससे आपकी समस्या बढ़ सकती है।
7. पर्याप्त नींद लें और तनाव लेने से बचें।