एक साल या उससे कम उम्र के बच्चे को अगर सर्दी- जुकाम हो जाए तो वो दिनभर रोता ही रहता है और रात को भी चैन से सो नहीं पाता। नाक बंद होने से बच्चा ठीक तरह से सांस नहीं ले पाता है। दरअसल, छोटे बच्चे की नाक की नली बहुत छोटी होती है, उसमें भी अगर गंदगी जमा हो जाए तो बच्चा असहज महसूस करता है। अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे के चेहरे पर मुस्कान बनी रहे तो नाक की साफ- सफाई पर ध्यान दें। बता दें कि छोटे बच्चे की आंख, कान, जीभ ये सभी अंग जितने साफ रहेंगे, उन्हें किसी भी तरह के इंफेक्शन होने का खतरा नहीं रहेगा। हालांकि, नाक साफ करते समय बच्चे रोने लगते हैं, तब ये आसान टिप्स आपके काम आएंगे...
नेजल स्प्रे
आप नेजल स्प्रे का इस्तेमाल कर सकती हैं। ये बाजार में आसानी से मिल जाती है। इसके लिए बच्चे को पीठ के बल लिटा दें और सिर को अपने हाथ से पकड़कर थोड़ा ऊपर करें। अब नाक में 2 बूंद नेजल स्प्रे डालें। कुछ बच्चे नेजल स्प्रे डालते ही छींकने लगते हैं। ये सामान्य बात है, घबराने की जरूरत नहीं। नेजल स्प्रे से नाक पूरी तरह से साफ हो जाता है और बच्चा खुलकर सांस ले सकता है। शिशुओं की नाक साफ करने के लिए मार्केट में ट्वीजर्स भी मिलते हैं।
ईयर बड
बच्चे का नाक साफ करने के लिए आप ईयर बड का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। यह नाक को चोट भी नहीं पहुंचाएगा और नाक की सफाई भी बेहतर तरीके से हो जाएगी। हालांकि, जब बच्चा गहरी नींद में हो, तो ही ईयर बड का इस्तेमाल करें, क्योंकि जगे रहने पर बच्चा काफी हिलता-डुलता है। ईयर बड नाक के बहुत अंदर तक ना जाए, इसका ध्यान रखें।
सॉफ्ट तौलिये
एक मुलायम सा तैलिया लें। उसके एक हिस्से को गीला करें और फिर इससे बच्चे की नाक साफ करें। अब अपनी उंगलियों की मदद से तौलिये को नाक की छेद में डालकर जमी हुई गंदगी निकाल सकती हैं। कई बार ऐसा करने से बच्चा बहुत रोता है पर आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। नाक की सफी करने के बाद , बच्चे को दूध पीला दें या गोद में लेकर घुमाएं, तो तुरंत चुप हो जाएगा।