आज कल कॉम्पीटीशन का युग है, तो आपको अपने बच्चों को सिर्फ शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक तौर पर भी मजबूत करने की जरुरत है। इससे आपके बच्चे आगे चलकर चुनौतियों का सामना कर पाएंगे। आजकल के ज़माने में दुनिया को फेस करने के लिए भावनात्मक तौर पर अपने बच्चों को तैयार करना बहुत जरुरी है। चलिए आपको बताते हैं की कैसे आप अपने बच्चों को मानसिक रुप से तैयार करें ताकि वो आगे जाकर विपरीत परिस्थितियों में डरने के बजाए डट कर इसका सामना करें।
आपको बता दें की बच्चे जन्म से ही मानसिक तौर पर मजबूत नहीं होते ब्लकि यह सब आपके परवरिश करने के तरीके पर निर्भर करता है। ऐसे कई पैरेंटिंग स्ट्रेटेजी, डिसिपिलिन टेक्निक और टीचिंग टूल्स है जिससे आपके बच्चे की मेंटल मसल्स बिल्डअप होती हैं।
दिमाग को करें मजबूत
आमतौर पर घरों में मम्मी बच्चों की फिजिकल हेल्थ पर ज्यादा ध्यान देती हैं। सुबह उठकर ब्रश करना, नहाना व समय पर भोजन करना यकीनन बच्चों के हेल्दी रहने के लिए जरूरी है, लेकिन इसके साथ-साथ आप बच्चे की मेंटल हेल्थ पर भी गौर करें। इसके लिए आप उनके साथ कुछ दिमागी गेम खेल सकती हैं। साथ ही आप उन्हें मेंटली स्ट्रॉन्ग होने के फायदों के बारे में भी बताएं।
डर का सामना
सब को किसी न किसी चीज से डर लगता है, लेकिन इससे भागने के बजाए इसका सामना करें और अपने बच्चों को भी यही सिखाएं। एक बार आपके बच्चे ने खुद के डर का सामना कर लिया तो फिर वो जिंदगी में किसी चीज से भी नहीं डरेगा।
बच्चों को दे एक्सप्रेस करने का मौका
बच्चों को मानसिक तौर पर मजबूत करने के लिए बहुत जरुरी है की उनकी भावनाओं को दबा हुआ ना रहने दें। उनको एक्सप्रेस करने की आजाजी दें। दिन पर में कुछ मिनट उनके लिए भी निकालें और उनकी मन की बातों को सुनें। बातें मन में दबी रहने से बच्चा मानसिक तौर पर कमजोर हो जाएगा क्योंकि उनको अपनी भावनाओं को मैनैज करना नहीं आएगा और भावनाओं को व्यक्त करने के तौर पर सिर्फ गुस्सा ही आएगा।
खुद को भी रखें सख्त
बच्चे अपने माता-पिता को देखकर अलग-अलग स्थितियों को सीखते हैं। इसलिए अपनी खुद की दिमागी मजबूती के बारे में जानने की कोशिश करें और उन क्षेत्रों पर काम करें जिनमें सुधार की जरूरत है। बच्चे को थोड़ी सख्ती भी दिखाएं ताकि वह सख्त रहना सीख सकें।