शास्त्रों की मानें तो प्रतिदिन स्नान करना बेहद जरुरी है। स्नान करने से जहां आपका शरीर स्वच्छ होता है वहीं इसका कुछ प्रभाव आपके मन और दिमाग पर भी पड़ता है। लगभग सभी धर्मों में तीर्थ स्नान को शुभ माना गया है। मगर हररोज किसी तीर्थ पर जाकर स्नान करना संभव नहीं है, मगर यदि आप घर पर ही पानी में कुछ हल्दी-चंदन जैसी शुभ चीजें मिलाकर स्नान करें तो यह आपके ग्रहों के लिए बेहद ही शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं कैसे...
इलायची और केसर
कुंडली में सूर्य को स्ट्रांग करने के लिए रोजाना नहाने वाले पानी में इलायची, केसर, लाल चंदन, मुलेठी और कोई भी लाल रंग का फूल मिला स्नान करें। इस उपाय के साथ शुक्र ग्रह को भी शांत किया जा सकता है।
लाल चंदन और गुलाब का फूल
लाल चंदन, गुलाब का फूल, जटामांसी और हींग मंगल ग्रह को शांत करने का काम करती है। ऐसे में यदि आप चाहते हैं आपका मंगल ग्रह शांत रहे तो स्नान करने वाले पानी में ये सब चीजें मिलाकर विशेषतौर पर मंगलवार के दिन स्नान करें।
सफेद फूल
कई बार हमारे कुछ पिछले बुरे कर्मों का प्रभाव हमें इस जन्म में भुगतना पड़ता है। जिस कारण चंद्र ग्रहण की दशा सकारात्मक से नकारात्मक दिशा में काम करने लगती है। ऐसे में यदि आप नहाने वाले पानी में सफेद चंदन या फिर किसी सफेद रंग का फूल डालकर स्नान करते हैं तो इससे आपको लाभ मिलता है।
जायफल और चावल
कुंडली में बुध ग्रह का प्रभाव होने से जीवन का हर काम सफल होता है। ऐसे में अपनी कुंडली में बुध ग्रह को शांत और अपने वश में करने के लिए नहाने वाले पानी में गोरोचन, शहद, जायफल और चावल मिलाकर स्नान करें।
मुलेठी और चमेली का फूल
गुरु ग्रह को शांत करने के लिए पानी में हल्दी, शहद, गिलोय और मुलेठी मिलाकर स्नान करें। आप चाहें तो चमेली के फूल मिलाकर भी स्नान कर सकते हैं। ऐसा करने से गुरु ग्रह के दोष समाप्त हो जाते हैं।
खसखस
नहाने वाले पानी में खसखस, सौंफ, काले तिल और केसर मिलाकर नहाने से शनि ग्रह शांत हो जाता है। जिन लोगों को ज्यादा गुस्सा आता है उनके लिए यह उपाय सबसे कारगर है।
राहु और केतु
कुंडली में राहु दोष को शांत करने के लिए पानी में कस्तूरी, गजदंत, लोबान और दूर्वा डालकर स्नान करें। राहु के साथ-साथ केतु शांत करने के लिए हर रोज पानी में लाल चंदन मिलाकर स्नान करें। इससे आपको ढेरों लाभ प्राप्त होंगे।