हिंदी भाषा कितनी खास है इसका महत्व बताने के लिए हर साल 10 जनवरी को दुनियाभर में हिंदी दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य पूरी दुनिया में हिंदी का प्रचार और प्रसार करना है। इसके साथ ही भारतीय संस्कृति को भी दूसरे-देश में पहुंचाना है। इस दिन को पहली बार 2006 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने मनाया था। इसके बाद हर साल से धूमधाम से यह दिन मनाया जाता है। जहां अंतराष्ट्रीय हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है वहीं राष्ट्रीय हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है। आपको बता दें कि सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि फिलीपींस, मॉरिशियस, नेपाल, सूरीनाम, फिजी, तिब्बत, त्रिनिदाद और पाकिस्तान में भी हिंदी बोली जाती है। यह दुनियाभर में मौजूद भारत भाषियों को एक सूत्र में पिरोने का दिन है।
क्यों मनाया जाता है यह दिन?
हिंदी भाषा का प्रचार पूरी दुनिया में फैलाने के लिए इस दिन को मनाने की शुरुआत की थी। इस दिन को भारतीय दूतावासों से धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन हिंदी भाषा से जुड़े कई तरह के कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है। आपको बता दें कि विश्व हिंदी सचिवालय मॉरिशियस में स्थित है।
ऐसे हुई थी यह दिन मनाने की शुरुआत
पहला विश्व हिंदी दिवस नागरपुर में 10 जनवरी को 1975 को मनाया गया था जिसमें 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे। परंतु औपचारिक रुप से इस दिन को मनाने की घोषणा साल 2006 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने की थी।
यह है इस साल की थीम
विश्व हिंदी दिवस हर साल किसी न किसी थीम के साथ मनाया जाता है। थीम के साथ ही इससे जुड़े कार्यों को संपन्न किया जाता है। इस साल हिंदी दिवस की थीम 'हिंदी पारंपरिक ज्ञान से कृत्रिम बुद्धिमत्ता तक' है। वहीं इस थीम को लेकर कई तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं जिसमें कई सारे लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।