पेरेंट्स के लिए दोनों ही बच्चे एक जैसे होते हैं चाहे वह बेटा हो या बेटी। आज के बदलते युग में लड़कियां भी किसी से कम नहीं हैं। वह लड़कों को पूरी टक्कर देती हैं। लेकिन पेरेंट्स की लड़कियों के लिए थोड़ा ज्यादा सावधान होते हैं। क्योंकि हर माता-पिता चाहता है कि उसकी बेटी दूसरे समाज का निडर होकर सामना कर सके। ऐसे में पेरेंट्स की यही कोशिश होती है कि वह अपनी बेटियों को सिर उठाकर जीना सिखा सकें। आज आपको कुछ ऐसे टिप्स बताते हैं जिनके जरिए आप अपनी बेटी को आत्मनिर्भर बना सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
सिखाएं खुद से प्यार करना
लड़कियां हर किसी की देखभाल करने के चक्कर में अपना खुद का ख्याल रखना भूल जाती हैं। ऐसे में माता-पिता बेटियों को अपने से प्यार करना सिखाएं। आप उन्हें बताएं कि किसी के साथ प्यार करने से पहले वह अपने आप से प्यार करें। अपनी इच्छाओं और जरुरतों को दूसरों से पहले अहमियत दे।
अपने फैसले लेना सिखाएं
बेटियों को आप उनके फैसले लेना खुद ही बताएं। इससे उन्हें आत्मनिर्भर रहने का साहस मिलेगा। साथ ही वह भविष्य के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहेगी। जिंदगी के अहम फैसले लेने के लिए भी वह घबराएंगे नहीं। आप उन्हें सही गलत में फर्क भी जरुर बताएं। उन्हें बताएं कि अपने फैसले लेने के लिए उन्हें किसी पर निर्भर रहने की जरुरत नहीं है।
सिखाएं अधिकारों के लिए खड़े होना
वैसे तो आजकल लड़के और लड़की में कोई फर्क नहीं किया जाता। लेकिन समाज के कुछ पहलू ऐसे हैं यहां आज भी लड़का और लड़की के बीच बहुत ही ज्यादा भेदभाव किया जाता है। पढ़ाई हो या नौकरी लड़कियों को हर फील्ड में पीछे ही रखा जाता है। ऐसे में आप उन्हें उनके हक के लिए लड़ना सिखाएं। उन्हें बताएं कि उनके लिए क्या सही है और क्या गलत।
समय की कदर करना
आप बेटियों को समय की कदर करना जरुर सिखाएं। ताकि वह समय रहते ही अपने हक के लिए अच्छे फैसले ले सकें। उन्हें बताएं कि किसी भी फैसले को लेने से पहले उस पर अच्छे से विचार भी कर लें। ताकि उन्हें जिंदगी में किसी भी तरह की कोई परेशानी न उठानी पड़े।
निडर होकर रहना भी है जरुरी
आप अपनी बेटियों को बताएं कि उनके लिए निडर होकर रहना भी कितना जरुरी है। डरने से वह लोगों को अपने कमजोरी बता सकती हैं। इसके अलावा आप बेटियों को आजाद रहना भी जरुर सिखाएं। उन्हें बताएं कि किसी के दबाव में आकर वह कोई भी गलती न करें। वही निर्णय लें जो अपने अच्छा लगता है।