29 जनवरी यानि कल बुधवार के दिन बसंत पंचमी का त्यौहार पूरे भारत वश में धूमधाम से मनाया जाएगा। खासतौर पर हिंदू धर्म में इसका खास महत्व है। सभी स्कूल, दफ्तर और घरों में पूरे विधि-विधान के साथ मां सरस्वती की पूजा की जाती है। महिलाओं को खासतौर पर इस दिन कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरुरी है, ताकि उनके परिवार के सभी सदस्यों पर मां सरस्वती की अपार कृपा बनी रहे।
आइए जानते हैं महिलाओं को इस दिन किन-किन खास बातों का ध्यान रखना चाहिए...
पूजा का शुभ मूहुर्त
सलाहकारों के अनुसार पूजा का शुभ मूहुर्त 29 जनवरी को सुबह 10:45 AM से शुरु होकर दोपहर 12:52 PM तक रहेगा। कुछ सलाहकार इससे कुछ कम और ज्यादा भी बता रहे हैं, आप अपने नजदीर किसी भी मंदिर के पंडित जी से समय की पुष्टि कर सकते हैं।
पूजा का स्थान
सुबह पूजा करने से पहले मंदिर की अच्छे से साफ-साफई की होनी चाहिए। पुराने सूखे फूल, फूलों की माला, अगरबत्ती का बूरा या फिर कुछ और पूजा स्थल पर नहीं पड़ा होना चाहिए।
उच्च दिशा
बसंत पंचमी के दिन घर के ईशान कोण में बैठकर मां सरस्वती का जरुर ध्यान करना चाहिए। आज के दिन घर के मंदिर में पीले रंग की रोशनी खासतौर पर जलाकर रखें। वास्तु के अनुसार आज के दिन ऐसा करना आपके और परिवार के लिए काफी शुभ माना जाएगा।
जरुरतमंद बच्चों के लिए कुछ खास
महिलाओं को खासतौर पर इस दिन दोपहर को सोना नहीं चाहिए, बल्कि पूजा-पाठ में विशेष ध्यान लगाना चाहिए। हो सके तो पीले रंग के अच्छे-अच्छे पकवान बनाकर जरुरत मंद बच्चों का पेट भरना चाहिए। बच्चों के लिए कुछ भी खास बनाते वक्त मां सरस्वती को प्रसन्न करने वाले जाप का उच्चारण करते रहना चाहिए... जैसे कि
सरस्वती नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणी, विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु में सदा।
तो ये थे बसंत पंचमी के दिन महिलाओं द्वारा किए जाने वाले जरुरी काम... अब जानते हैं इस खास मौके पर उन्हें कौन-कौन से काम ऐसे हैं जो नहीं करने चाहिए...
.सबसे जरुरी बात, महिलाओं को चाहिए कि सुबह जल्दी उठकर मां सरस्वती का 5 से 10 मिनट ध्यान जरुर करें।
.अपने से किसी भी बड़े या फिर बच्चे को भी इस दिन डांटे या फिर बुरे शब्द न कहें, बच्चों को उनकी गलती पर प्यार से समझाएं।
.टी.वी सीरियल इत्यादि देखने से खास परहेज करें, ज्यादा से ज्यादा मां सरस्वती के मंत्र का जाप करें।
.सुबह स्नान किए बगैर किसी भी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए।
.रंग बिरंगे कपड़े पहनने की बजाय, पीले रंग के वस्त्र ही धारण करने चाहिए।
.बाल धोने और उन्हें काटने की गलती भी न करें।
.सुबह मां सरस्वती के लिए बाग से फूल लाने के अलावा, पेड़-पौधों की कांट-झांट नहीं करनी चाहिए।
.भूलकर भी इस दिन नॉनवेज का सेवन न करें, और न ही परिवार में किसी और को करने दें।
बच्चों के लिए खास
अगर घर में किसी नवजात का जन्म हुआ है तो आज के दिन उसका नाम अभिषेक करना काफी शुभ माना जाता है। नाम अभिषेक करवाते वक्त माता-पिता को चाहिए कि बच्चे को गोद में लेकर चांदी की कलम के साथ उसकी जीभ पर ऐं शब्द लिखें, इसका बहुत शुभ प्रभाव बच्चे के आने वाली जीवन पर पड़ेगा।
बच्चों के भविष्य के लिए
यदि आपके बच्चे बड़े हैं और विदेश में उच्च शिक्षा के लिए जाना चाहते हैं तो इस खास मौके पर उनके हाथ से किन्हीं ब्राहार्ण को वेदशास्त्र दान करवाएं। ऐसा करने से बच्चे को आने वाले जीवन में कठिनाईयों और मुशकिलों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
पति की तरक्की
हर औरत अपने पति को जीवन में खुश और सफल होता देखना चाहती हैं, ऐसे में पति-पत्नि दोनों मिलकर इस खास मौके पर पीले रंग के चावल का दान करें। ऐसा करने से जहां पति के कारोबार व जॉब में उन्हें तरक्की मिलेगी वहीं आप दोनों के बीच भी प्रेम-स्नेह सदैव बरकरार रहेगा।
तो ये थे बसंत पंचमी के मौके पर महिलाओं द्वारा किए जाने वाले कुछ खास काम और साथ ही कुछ ऐसी बातें जिनका उन्हें विशेष तौर पर ध्यान रखना है। ताकि उनके परिवार में हमेशा खुशियों की लहर बहती रहे।