बीमारी कोई भी शरीर के लिए अच्छी नहीं होती। शरीर जब भी किसी बीमारी की चपेट में आता है तो अलग-अलग लक्षण दिखाई देते हैं। डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल इन सब के बढ़ने पर शरीर में कई तरह के लक्षण दिखते हैं। यदि आपको शुरुआती लक्षणों के बारे में पता चल जाए तो आप गंभीर बीमारी के चपेट में आने से बच सकते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कुछ वॉर्निंग साइन्स जिन पर आपको शुरुआत में ही गौर कर लेना चाहिए। लक्षण दिखने पर आप हाई कोलेस्ट्रॉल के प्रति क्या-क्या सावधानियां बरत सकते हैं, इस बारे में भी बताएंगे तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण
पैरों पर पड़ता है असर
यदि आप कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ रहा है तो इसका असर पैरों पर दिखने लगता है। पैर सोने लगता है, उसमें किसी भी तरह की हलचल महसूस नहीं होती। हर समय पैर सोया-सोया लग सकता है। इसके अलावा पैर में आपको झनझनाहट भी महसूस हो सकती है। पैर हर वक्त ठंडे रहने लगते हैं।
पैर में दर्द रहना
कोलेस्ट्रोल बढ़ जाने के कारण पैरों की नसों तक रक्त का संचार भी अच्छे से नहीं हो पाता। इसके अलावा पैरों में ऑक्सीजन भी नहीं पहुंच पाता। जिसके कारण पैरों में तेज दर्द हो सकता है।
नाखूनों का पीला होना
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का प्रभाव नाखूनों पर भी पड़ता है। इसके कारण नसें ब्लॉक होने लगती हैं। जिससे शरीर के अलग-अलग हिस्सों तक खून भी कम ही पहुंचता है। इन सारी चीजों का प्रभाव नाखुनों पर भी पड़ता है। नाखूनों के अंदर गहरी लकीरें पड़ने लग जाती हैं। इसके अलावा नाखूनों के ऊपर पीले, पतले और गहरे ब्राउन रंग की लकीरें भी नजर आ सकती हैं। यह लकीरें अक्सर नाखूनों की सीध में होती हैं।
जरुर बरतें यह सावधानियां
कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रखने के लिए लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतों में भी बदलाव करने की जरुरत है। जैसे - धूम्रपान की आदत छोड़ दें। इसके कारण दिल की बीमारियां और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ सकता है।
. ऐसी चीजों का सेवन करें जिसमें फैट की मात्रा प्राकृतिक रुप से कम पाई जाती हो।
. ज्यादा सैचुरेटेड फैट पाए जाने वाले फूड्स का सेवन भी कम करें।
. रोजाना व्यायाम करें। इससे स्वास्थ्य अच्छा रहता है।