
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है।उत्तर प्रदेश में प्रयागराज की शक्ति दुबे ने ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल करके एक प्रेरणादायक मिसाल कायम की है। उनकी यह सफलता न केवल उनकी मेहनत और समर्पण का परिणाम है, बल्कि उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो सिविल सेवा में करियर बनाना चाहते हैं।
शक्ति दुबे ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बायोकैमिस्ट्री में स्नातक किया और फिर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से इसी विषय में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त क। UPSC की तैयारी उन्होंने 2018 से शुरू की थी, और यह उनका तीसरा प्रयास था। शक्ति ने UPSC परीक्षा में राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध (Political Science and International Relations) को वैकल्पिक विषय के रूप में चुना था। उनकी तैयारी में अनुशासन, निरंतरता और गहन अध्ययन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
2023 की परीक्षा में दो नंबर कम होने पर उनका सेलेक्शन नहीं हो पाया। इससे थोड़ी हताश हुईं लेकिन हौसला नहीं खोया, 7 साल की उनकी कड़ी मेहनत आज रंग ले आई। शक्ति के पिता देवेंद्र द्विवेदी डीपीएस व एडीसीपी ट्रैफिक के पेशकर के पद पर प्रयागराज में तैनात हैं। शक्ति की जुड़वा बहन प्रगति भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही हैं। जबकि छोटा भाई आशुतोष एमसीए कर रहा है।
शक्ति का उद्देश्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाना और प्रशासनिक सेवा के माध्यम से लोगों की सेवा करन है। उनकी सफलता उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है जो छोटे शहरों से आकर बड़े सपने देखते हैं। UPSC ने 22 अप्रैल 2025 को सिविल सेवा परीक्षा 2024 के अंतिम परिणाम घोषित किए, जिसमें 1009 उम्मीदवारों का चयन किया या। शक्ति दुबे ने ऑल इंडिया रैंक 1 प्राप्त की, जबकि हर्षिता गोयल और **डोंगरे आर्चित पाराग** ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।