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संबंध बनाने से मिलते हैं हैल्थ से जुड़े ये 9 फायदे

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 18 May, 2019 03:20 PM
संबंध बनाने से मिलते हैं हैल्थ से जुड़े ये 9 फायदे

संबंध बनाने के फायदों के बारे में आप कई बार पढ़ व सुन चुके होंगे। यह एक बेहतरीन वर्कआउट है, जो ब्लड प्रैशर नियत्रिंत और मूड को अच्छा रखता है। इतना ही नहीं, इससे पार्टनर के साथ बॉन्डिंग बढ़ती है और दर्द से राहत मिलती है। स्टडी की मानें तो रोजाना संबंध बनाने से याददाश्त भी बेहतर और तेज होती है।

 

तनाव से मिलती है राहत

क्या आप काम, पारिवारिक व शारीरिक समस्याओं के चलते तनाव में रहते हैं? ऐसा है तो इससे उभरने के लिए संबंध बनाना एक अच्छा जरिया हो सकता है। स्टडी के मुताबिक, बैडरूम में एक्टिव रहने वाले कपल्स किसी भी दबाव को अच्छी तरह से निपटने में सक्षम होते हैं।

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ऑक्सिटोसिन का बढ़ता है स्तर

लवमेकिंग के दौरान जब आप ऑर्गेज्म पर पहुंचते हैं तो शरीर में न नामक हार्मोन का स्तर 5 गुना बढ़ जाता है। यह शरीर के कई तरह के दर्द को खत्म कर देता है।

अच्छी नींद

संबंध बनाने के बाद अच्छी नींद आती है। इससे अगली सुबह आप रिलैक्स होकर उठते हैं और अपने काम को बेहतर ढंग से अंजाम देते हैं।

मोटापा होता है कम

संबंध बनाने के बाद बॉडी को शेप में रखने में मदद मिलती है। नियमित संबंध बनाने से कमर का मोटापा कम होता है। करीब आधा घंटा संबंध बनाने से 80 से ज्यादा कैलेरी बर्न होती है।

मजबूत इम्यून सिस्टम

शोध के अनुसार, जो कपल्स अपनी सैकुसअल लाइफ को लेकर एक्टिव रहते हैं उनका इम्यून सिस्टम ज्यादा मजबूत होता ह। इससे आपका शरीर सामान्य बीमारियों से निपटने में अधिक सक्षम होता है। जैसे कि सामान्य सर्दी-जुकाम और बुखार आदि।

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हार्ट अटैक का खतरा कम

इस मासले में एक्टिव पुरुषों को हार्ट अटैक का खतरा भी कम होता है। हफ्ते में कम सेकम 1 बार संबंध बनाने वाले लोगों में महीने में 1 बाद इंटीमेट होने वाले लोगों की तुलना में हार्ट अटैक का खतरा कम पाया गया।

तेज दिमाग

इंटरकोरस से हिप्पोकैंपस के चारों तरफ टिश्जूस की ग्रोथ बढ़ती है।हिप्पोकैंपस दिमाग का वह हिस्सा है, जिसका कनैक्शन मैमोरी फंक्शन से होता है। यही कारण है कि इंटकोर्स से याददाश्त तेज होती है।

ब्लड प्रैशर में कमी

विशेषज्ञों का मानना है कि नियमित संबंध बनाने से ब्लड प्रैशर कम करने में भी मदद मिलती है। दरअसल, इंटरकोर्स लोवर्ड सिस्टोलिक ब्लड प्रैशर के लिए जिम्मेदार होते हैं।

प्रोस्टेट कैंसर का खतरा होता है कम

अध्ययन के मुताबिक, जो कपल्स महीने में कम से कम 20-21 बार अपने पार्टनर से संबंध बनाते हैं उनमें प्रोस्टेट कैंसर का खतरा काफी कम होता है।

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