कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह वैरिएंट वैक्सीनेटेड लोगों को भी अपनी चपेट में ले रहा है, जिसकी वजह से वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ गई है। वहीं, शोधर्कताओं की नई रिसर्च में सामने आया है कि कोरोना का नया वैरिएंट दिमाग पर भी असर डाल रहा है। रिसर्चर्स ने इन लक्षणों की पहचान ब्रेन फॉग के रूप में की है।
ओमिक्रॉन का सामने आया नया लक्षण
शोध के अनुसार, ब्रेन फॉग (Brain Fog) दिमाग पर असर डाल रहा है, जिसके कारण संक्रमित व्यक्ति में याददाश्त कम हो रही है। स्टडी के मुताबिक, इससे ग्रस्त लोग अपनी पुरानी बातों व लोगों के बारे में भूलते जा रहे हैं। सबसे बड़ी परेशानी की बात तो यह है कि टेस्टिंग में ऐसा कोई लक्षण सामने नहीं आ रहा है लेकिन व्यक्ति की मैमोरी पॉवर में काफी गिरावट पाई गई है।
याददाश्त को कर रहा कमजोर
फिलहाल, शोधकर्ता इस बात पर रिसर्च कर रहे हैं कि ओमिक्रोन मस्तिष्क को कैसे प्रभावित कर रहा है। ब्रेन फॉग में लोगों को अनिद्रा, काम करने में मन ना लगना जैसी दिक्कतें भी हो रही है। वहीं, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के एक समूह ने ब्रेन फॉग को उस तरह से जोड़ा है जिस तरह से Sars-CoV-2 वायरस किसी व्यक्ति की रीढ़ को प्रभावित करता है।
रिकवरी में लगता है कितना समय?
ब्रेन फॉग से रिकवर होने में व्यक्ति को कम से कम 6-9 महीने का समय लगता है। कुछ को 3-5 महीने लग सकते हैं, और कुछ मामलों में एक साल भी लग सकता है
क्या होते हैं ब्रेन फॉग के लक्षण?
एक्सपर्ट के अनुसार, शुगर या थायरॉइड का अनबैलेंस, किडनी फंक्शन का सही न होना, संक्रमण या शरीर में पोषक तत्वों की कमी ब्रेन फॉग के रूप में दिखाई दे सकती है। खून की जांच से इसका पता लगाया जा सकता है।
ब्रेन फॉग के लक्षण
- भ्रम की स्थिति
- व्यवहार/भावनाओं में तेजी से बदलाव
- बेहोशी की हालत
- हमेशा थकान रहना
- किसी काम में दिल न लगना
- चिड़चिड़ापन
- डिप्रेशन
- लगातार सिरदर्द
- नींद न आ पाना
- छोटी-छोटी बातें भूल जाना
- एकाग्रता की कमी
आमतौर पर ब्रेन फॉग के ये न्यूरोलॉजिकल लक्षण कई रोगियों में देखे जा सकते हैं, जो COVID-19 से ठीक होने के बाद दिखाई देते हैं।
क्या करें?
. कोविड -19 और मस्तिष्क मस्तिष्क की समस्याओं को हल करने के लिए आपको इसके स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है।
. स्वस्थ आदतों को अपनाना और जीवन शैली में सुधार करना रिकवरी के लिए सबसे जरूरी है।
. भरपूर नींद लें क्योंकि इससे मस्तिष्क की कोशिकाएं तेजी से ठीक होती है।
. डाइट में मौसमी फलों और सब्जियों को शामिल करें।
. हाइड्रेटेड रहें और दिन में तीन बार भोजन करें।
. शराब, तंबाकू, सोडियम, चीनी, पैकेज्ड फूड लेने से बचें क्योंकि इससे प्रतिरक्षा क्षमता कमजोर हो जाती है।