शारीरिक शोषण आज देश का सबसे गंभीर मुद्दा बन गया है। इसके लिए न तो शिक्षकों पर भरोसा किया जा सकता है और ना ही रिश्तेदारों पर। हाल ही में चेन्नई से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पूरे देश को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर कब तक महिलाओं, लड़कियों व बच्चियों के साथ दुर्वयव्हार होता रहेगा। दरअसल, चेन्नई में 11वीं क्लास की एक छात्र ने आत्महत्या कर ली और सुसाइट नोट लिखकर अपने साथ होने वाले अपराध का दर्द बयां किया।
'Stop Sexual Harassment, न ही शिक्षक पर भरोसा करो और ना ही रिश्तेदारों पर। अब लड़कियां सिर्फ मां की कोख और कब्र में ही सुरक्षित रह गई हैं।' ये दिल को दहला देने वाले शब्द 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक मासूम बच्ची के है, जो उसने आत्महत्या करने से पहले सुसाइट नोट में लिखे हैं।
"बुरे सपने आते थे, सो नहीं पाती थी"
यह मामला चेन्नई का है, जहां 11वीं क्लास में पढ़ने वाली नाबालिक शनिवार को फांसी के फंदे पर लटकी हुई पाई गई। माता-पिता ने जब अपनी बेटी को इस हालत में देखा तो वह टूट गए और तुरंत पुलिस को खबर दी। पुलिस ने जब मौके पर पहुंचकर बच्ची के कमरे की तलाशी ली तो उन्हें सुसाइड नोट मिला। इसमें लिखा है, "Stop Sexual Harrasment, अब और बर्दाश्त वो नहीं कर सकती है। अब पढ़ने-लिखने की क्षमता नहीं बची है, बार-बार बुरे सपने आ रहे हैं, जो मुझे सोने नहीं देते। हर माता-पिता को अपने बेटों को लड़कियों का सम्मान करना सिखाना चाहिए। रिश्तेदारों या शिक्षकों पर भरोसा ना करें। लड़कियों के लिए एकमात्र सुरक्षित स्थान सिर्फ मां की कोख और कब्रिस्तान है।"
पुलिस ने माता-पिता से पूछताछ की तो उन्हें पता चला है कि कुछ दिनों से उनकी बेटी गुमसुम रहती थी और किसी से ज्यादा बात नहीं करती थी। उसने खुद को दोस्तों से भी अलग कर लिया था। सुसाइट नोट में यह भी कहा गया है कि लड़कियों के लिए स्कूल भी सुरक्षित नहीं रह गया है।
मांगडू पुलिस ने मामले की जांच के लिए 4 स्पेशल टीम बनाई है, जोम बच्ची के फोन डिटेल, समेत कई चीजों पर छानबीन कर रही है। जिन नंबर से बार-बार कॉल किए गए है, उनसे पूछताछ की जा रही है। हालांकि पुलिस ने पॉक्सो के तहत एक 21 वर्षीय कॉलेज छात्र को अरेस्ट किया गया है, जिसने नाबालिग के साथ शारीरिक संबंध बनाने की बात कबूल की है। उसने यह भी कहा कि वो पिछले 2 सप्ताह से बच्चे को प्रताड़ित कर रहा था और उसे गंदे मैसेज व तस्वीरें भेजता था।