जया बच्चन, ये नाम इंडस्ट्री में किसी पहचान का मोहताज नहीं है। अपनी एक्टिंग से उन्होंने खूब नाम कमाया लेकिन हां इन दिनों वह अपनी एक्टिंग नहीं बल्कि इंडस्ट्री में गुस्से के लिए मशहूर हैं। जब भी वह कैमरे में कैद होती हैं तो उन्हें गुस्सा करते जरूर देखा जाता है। दरअसल कल वह बेटी श्वेता के साथ अदितीय चोपड़ा के घर पहुंची पामेला चोपड़ा के निधन का अफसोस करने। जैसे ही बाहर निकली उन्होंने पैपराजी की क्लास लगाई कि अब बस बहुत हो गया पीछे हट जाओ। पैपाराजी भी उनसे डरते हैं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ। जया कई इवेंट्स में भड़क चुकी हैं इसलिए लोग उन्हें गुस्सैल महिला कहते हैं। इतना गुस्सा उन्हें क्यों आता है इसकी वजह उनके दोनों बच्चों ने करण जौहर के चैट शो में बताई थी कि उनकी मां एक बीमारी से जूझ रही है जिसका नाम क्लॉस्ट्रोफोबिया है। ये एक ऐसी सिचुएशन होती है, जिसमें व्यक्ति भीड़ के बीच, छोटी जगह, बंद रूम या लिफ्ट जैसी जगह में खुद को पाकर बेचैनी महसूस करने लगता है।
खैर लेकिन आज के पैकेज में हम आपको जया की मायका फैमिली के बारे में बताते हैं। बच्चन फैमिली के सदस्यों को तो लोग जानते हैं लेकिन जया का परिवार कहां है और उनके कितने भाई बहन है और कहां रहते हैं और क्या उन्हें भी अपनी दीदी की तरह गुस्सा आता है। चलि आज आपके साथ कुछ अनसुनी बातें साझा करते हैं। जया का जन्म एक बंगाली परिवार में 9 अप्रैल 1948 को हुआ और उनका नाम था जया भादुरी और शादी के बाद वह जया भादुरी बच्चन हो गई। उनके पिता तरुण भादुरी, लेखक, पत्रकार और स्टेज आर्टिस्ट भी थे और मां इंदिरा भादुरी। जया ने स्कूलिंग भोपाल से की है। वह शुरू से ही होशियार थी उन्हें 1966 में NCC का राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार मिला फिर वह फिल्म एण्ड टेलीविज़न इन्स्टीट्यूट ऑफ इंडिया पुणे में एक्टिंग सीखने गई और गोल्ड मेडल के साथ पास हुईं।
बहुत कम लोग जानते हैं कि जया की दो बहनें और भी है। जया भादुड़ी तीन बहनें हैं। जया बड़ी हैं और उनसे 2 छोटी बहनें नीता और रीता भादुड़ी हैं। रीता भादुड़ी लाइमलाइट से दूर रहती हैं। जया के बहनोई भी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हैं जिनका नाम राजीव वर्मा हैं रीता और राजीव ने लव मैरिज की थी। अपनी बहन के कठोर और गुस्सैल स्वभाव से बहनें भी वाकिफ है। एक इंटरव्यू में रीता ने कहा था कि उनके जीजा अमिताभ नरम स्वभाव के हैं जबकि दीदी थोड़ी कठोर हैं। जया अपनी बहनों व उनके परिवार से मिलती ही रहती है हां दोनों बहने कैमरे से दूर ही रहना पसंद करती हैं। जया महज 15 साल की थी जब उन्होंने करियर की शुरुआत कर दी थी उनकी पहली फिल्म एक बंगाली फिल्म 'महानगर' थी। उसके बाद उन्हें हिंदी सिनेमा में मौका मिला। पति अमिताभ के साथ भी उन्होंने कई फिल्मों में काम किया लेकिन फिल्म सिलसिला के बाद वह लंबे ब्रेक पर चली गई थी। 'शहंशाह की पटकथा भी जया ने लिखी थी जिसमें उनके पति लीड रोल में थे।
हालांकि जया शादी और बच्चों के बाद भी काम पर जाती थी लेकिन एक दिन उन्होंने ब्रेक लेने का मन बना लिया था जब श्वेता ने उन्हें रोका था। दरअसल, श्वेता नहीं चाहती थी कि मां उन्हें छोड़ कर जाए। बच्चे मां के साथ समय बिताना चाहते थे इस पर जया का दिल इतना पिघल गया कि उन्होंने फैसला कर लिया वह बच्चों की परवरिश के लिए ब्रेक लेंगी। 18 साल के लम्बे ब्रेक के बाद जब वह दोबारा लौटीं तो उन्होंने फिर से कई ब्लॉकबस्टर फिल्में कीं जिनमें से कभी खुशी कभी गम, हजार चौरासी की मां, कल हो ना हो, लागा चुनरी में दाग शामिल हैं। फिल्मों में अपने दमदार प्रदर्शन के लिये उन्हें 9 बार फिल्म फेयर पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है साथ ही 1992 में वह पद्मश्री और 3 बार IIFA अवार्ड से भी सम्मानित हो चुकी हैं। उनकी शादीशुदा लाइफ की बात करें तो दोनोंं की पहली मुलाकात फिल्म 'गुड्डी' के सेट पर हुई थी और कुछ सालों तक एक-दूसरे को डेट करने के बाद इस कपल ने शादी का फैसला लिया। दोनों ने अपनी जिदंगी में कई उतार-चढ़ाव देखे लेकिन कभी भी अपने रिश्ते को कमजोर नहीं पड़ने दिया, यहीं वजह है कि आज भी दोनों के बीच अटूट प्यार कायम है।
अक्सर लोगों के दिमाग में यह सवाल आता है कि आखिर जया में ऐसी कौन सी खूबी है जिसे देखकर बिग बी ने उन्हें अपना लाइफपार्टनर चुना। इसका जवाब खुद अमिताभ बच्चन ने एक इंटरव्यू में दिया था। अमिताभ ने कहा था कि जो पार्टनर वो चाहते थे जया वैसी ही हैं। वो पारंपरिक होने के साथ-साथ मॉर्डन भी हैं और यही खूबी उन्हें सबसे ज्यादा पसंद आई थी। एक किस्सा उनकी जिंदगी से और भी जुड़ा है जब अमिताभ की लंबी उम्र के लिए पैदल नंगे पांव चलकर मन्नत मांगने जाया करती थी। एक्सीडेंट के दौरान अमिताभ को काफी चोट आई थी और उनकी हालात ऐसी थी कि वो कई दिनों तक बोल नहीं पाए थे जब इस मुश्किल वक्त पर जया ने पति का बखूबी संभाला।
अमिताभ की मां अपने बेटे के लिए जया को काफी लक्की मानती थी क्योंकि अमिताभ बच्चन की पहले मूवीज हिट नहीं हो रही थी लेकिन जैसे ही जया उनके लाइफ में आई तो उनकी जिंदगी में मानों किस्मत के पर लग गए हो। इसलिए उनकी मां को लगता था कि जया उनकी जिंदगी को किस्मत से रोशन कर देंगी। इसलिए उन्होंने ही जया को अपनी बहू के तौर पर चुना। जया अभिनेत्री से राजनेत्री भी बनी और सफल भी हुई।