23 DECMONDAY2024 4:42:54 AM
Nari

16 साल की Kaamya Karthikeyan ने रचा इतिहास, फतेह की एवरेस्ट की सबसे ऊंची चोटी

  • Edited By Charanjeet Kaur,
  • Updated: 24 May, 2024 12:51 PM
16 साल की Kaamya Karthikeyan ने रचा इतिहास, फतेह की एवरेस्ट की सबसे ऊंची चोटी

एवरेस्ट पहाड़ की चढ़ाई करने के बारे में सोचने में भी कई लोगों के पसीने छूट जाते हैं। ऐसे में मुंबई की 16 साल की काम्या कार्तिकेयन में कमाल कर दिखाया है। उन्होंने न सिर्फ माउंड एवरेस्ट को फतेह किया बल्कि सबसे ऊंची चोटी पर चढ़कर रिकोर्ड बना डाला। वो ऐसा करने वाली सबसे कम उम्र की पहली भारतीय हैं। बता दें, काम्या मुंबई के नेवी चिल्ड्रन स्कूल में बारहवीं की छात्रा हैं और पिता कमांडर एस. कार्तिकेयन भारतीय नौसेन में अधिकारी हैं।

बन चुकी हैं सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय 

पिता- पुत्र की इस जोड़ी ने 20 मई 2024 को नेपाल की ओर से माउंट एवेस्ट (8849 मीटर) की चढ़ाई सफलतापूर्वक की। ये काम्या के लिए पहली बार नहीं है, वो इससे पहले 7 में से 6 महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों की चढ़ाई कर चुकी है। वो आगे भी रुकने का नाम नहीं ले रहीं। इस साल दिसंबर में वो अंटार्कटिका के माउंट विंसन मैसिफ पर चढ़ना है, ताकि वो दुनिया की 7 सबसे ऊंची चोटियों को फतेह करने की चुनौती पूरा करने वाली सबसे कम उम्र की लड़की बन सकें। बता दें, माउंट एवरेस्ट की सबसे ऊंची चोटी को फतेह करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय का रिकॉर्ड वो अपने नाम कर चुकी हैं।

PunjabKesari

3 साल की उम्र में पर्वतारोही बनना चाहती थीं काम्या

काम्या का हमेशा से ही सपना पर्वतारोही बनने का रहा है और उनकी मां  लावण्या के. कार्तिकेयन उनकी टीचर रही हैं। वो अक्सर काम्या की ट्रेनिंग करवाती हैं और उन्हें ट्रैकिंग पर लेकर जाती है। महज 7 साल की उम्र में काम्या ने एक उत्तराखंड के एक शिखर और 9 साल में लद्दाख की चोटी को फतेह किया था। 

पीएम मोदी भी चुके हैं सम्मान

काम्या की प्रतिभा देश के पीएम की नजरों से भी नहीं छुपी। ‘मन की बात’ में काम्या की उपलब्धियों का उल्लेख किया है। इसके अलावा उन्होंने काम्या को  राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से भी सम्मानित कर चुके हैं।

12वीं में पढ़ती हैं काम्या

काम्या अपने सपनों को पूरा करने के साथ- साथ नौसेन बाल विद्यालय में 12वीं कक्षा में पढ़ाई भी कर रही हैं। काम्या की ये जर्नी देश की सारी लड़कियों के लिए प्रेरणा है कि वो भी अपने सपनों को हासिल करें।

Related News