जहां दुनियाभर के लोग अभी कोविड-19 से जंग लड़ रहे हैं वहीं कोरोना वायरस के नए लोगों की बीच डर का माहौल बना दिया है। लोगों के मन में यही डर बैठा है कि आखिर कोरोना का यह स्ट्रेन नए साल 2021 में कौन-सी आफत लेकर आएगा।
ब्रिटेन से शुरू हुआ यह नया स्ट्रेन अब तक ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, डेनमार्क, इटली और अंटार्कटिका के बाद भारत में भी फैलना शुरू हो गया है। खबरों के मुताबिक, कुछ समय पहले ब्रिटेन से कुछ लोग भारत आए थे, जिनमें से अब तक 20 यात्री नए स्ट्रेन से संक्रमित हो चुके हैं। भारत में मंगलवार को कोरोना के नए स्ट्रेन से संक्रमित 6 मरीज मिले थे, जिसके बाद संख्या बढ़कर 20 हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया आगाह
इसे देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को सतर्क रहने के लिए आगाह किया है। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग में कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी क्योंकि ब्रिटेन से आए यात्री नए वेरियंट कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। वहीं, लक्षण दिखने पर उसे नजरअंदाज न करें।
पहले से ज्यादा खतरनाक कोरोना का नया रूप
यह नया वायरस भी शरीर में जाकर इम्यूनिटी कमजोर कर देता है और फेफड़ों पर असर डालता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, कोरोना का नया म्यूटेशन वायरस में 17 बदलावों के साथ मिलकर पैदा हुआ है, जो पहले से 70% ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। हालांकि नया स्ट्रेन पहले फैल चुके वायरस से अधिक घातक नहीं है।
किन लोगों को ज्यादा खतरा
युवाओं को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि वो इसकी चपेट में जल्दी आ रहे हैं। इसके अलावा जो लोग पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं वो भी अधिक सावधान रहें। इसके अलावा लंदन से लौटी 2 साल की एक बच्ची भी नए स्ट्रेन से संक्रमित पाई गई जबकि उसके माता-पिता की रिपोर्ट नेगेटिव थी। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि नया स्ट्रेन बच्चों के लिए संक्रामक साबित ना हो।
क्या हैं इसके लक्षण?
कोरोना वायरस के शुरूआती लक्षण सर्दी-खांसी, जुकाम, बुखार, शरीर में दर्द आदि हैं लेकिन इस नए स्ट्रेन के कारण लोगों में मतली, गंध की हानि, खांसी, बुखार और ठंड लगना जैसे लक्षण भी देखने को मिल रहे हैं।
भारत में जारी हुई नई गाइडलाइन
नए प्रकार के कोरोना वायरस स्ट्रेन को लेकर भारत सरकार भी सतर्क हो गई है, जिसके बाद देश में नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है।
. सभी उड़ानें 7 जनवरी तक रद्द कर दी गई है।
. एयरपोर्ट पर सभी यात्रियों की जांच हो रही। पहले विदेशी यात्री को उसी देश से जांच करवानी होती थी और यहां उन्हें सीधा क्वारंटाइन में भेजा जाता था।
. पॉजिटिव कोरोना यात्री की कतार में आगे-पीछे बैठे-खड़े 3 कतार के लोगों को क्वारंटाइन सेंटर भेजा जाएगा।
. रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी उस यात्री को 7 दिन होम क्वारंटाइन में रहना जरूरी होगा।
. कंटेंटमेट जोन में जारी रहेगी सख्ती
अब तक किन देशों में मिला है नया स्ट्रेन?
बता दें कि ब्रिटेन में सबसे पहले कोरोना के नए स्ट्रेन की पुष्टि की गई थी, जिसके बाद वह भारत समेत स्पेन, अमेरिका, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, स्विटजरलैंड, स्वीडन, डेनमार्क, फ्रांस, इटली, जापान, सिंगापुर, नीदरलैंड्स, लेबनान और नाइजीरिया में मिल चुका है।
कैसे रखें बचाव?
इस नए स्ट्रेन से बचने के लिए नियमों को बदलने की जरूरत नहीं है बल्कि पहले से ज्यादा सतर्क होने की जरूरत है। साथ ही मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग और हाथ धोना का पालन करें क्योंकि सावधानी में ही बचाव है।
फिलहाल वैज्ञानिकों के पास इस बारे में जानकारी नहीं है लेकिन वैक्सीनेशन जारी रखा जा रहा है। याद रखें कि नियमों का पालन करके किसी भी वायरस से बचा जा सकता है। इस समय घबराने की नहीं है बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है।