आज यानी 24 मई का दिन बदर्स डे के तौर पर मनाया जाता हैं। इस दिन सभी बहनें या भाई अपने भाई को अलग-अलग अंदाज में विश कर रहे होंगे और उनके प्रति अपने प्यार को जता रहे होंगे। मगर कुछ बहनें ऐसी भी होगी जिनके दिल में भाई के लिए प्यार तो बेहद होगा लेकिन उसे जता नहीं पाती या यूं कह लीजिए किसी न किसी वजह से उनका बहन-भाई वाला प्यारा सा रिश्ता कमजोर पड़ गया होगा जिस वजह से दोनों चाहकर एक-दूसरे के प्रति प्यार नहीं जता पा रहे होंगे।
क्या आप भाई-बहन का मजबूत रिश्ता भी कमजोर पड़ रहा हैं तो समय रहते इसे मजबूत बना लें क्योंकि भाई एक बहन के लिए पिता समान होता हैं जो न सिर्फ उसकी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होता बल्कि उसका दोस्त बनकर भी उसके दुख शेयर कर सकता हैं। अगर आप भी चाहते हैं कि भाई के साथ अपका रिश्ता पहले जैसा खट्टा-मीठा बना रहे तो कुछ टिप्स ध्यान में जरूर रखें।
फिजिकल फाइट नहीं, प्यार से सुलझाए मसले
अक्सर देखा जाता है कि किसी बात पर लड़ते-लड़ते भाई-बहन फिजिकल फाइट शुरू कर देते हैं, फिर वो छोटे हो या बड़े।मगर यह बिल्कुल भी ठीक नही है। इससे आपका गुस्सा को रिलीव हो जाएगा मगर रिश्ते की मजबूती पलभर में टूट जाएगी। इसलिए बेहद है कि गलती चाहे जिसकी मर्जी हो, लेकिन चीजों को बातों से सुलझाने की कोशिश करे। बैठकर एक-दूसरे की बात सुने और अपनी बात रखें। इससे आपके बीच का तालमेल ठीक बैठेगा।
बात पसंद ना आए तो तुरंत कहे
दूसरा इस रिश्ते में दरार तब सबसे ज्यादा आने लगती हैं जब भाई और बहन आपस में अपनी भावनाओं को शेयर नहीं करते। जी हां, अगर आपको बहन से कोई शिकायत है तो उससे खुलकर बात करें। मन में बात रखने से बात सुलझेगी नहीं बल्कि आपके बीच की दूरिया बढ़ेगी। वहीं बहन को भाई की कोई बात पसंद नहीं आई तो तुरंत बताए क्योंकि कुछ नहीं कहेंगी तो इससे आपके मन में नेगेटिव फीलिंग्स बढ़ेगी जोकि ठीक नहीं।
दोस्तों की तरह शेयर करें छोटी-छोटी बात
अपने दुख-सुख भी साथ में शेयर करें, इससे भी आपके बीच की दूरिया कम होगी और रिश्ता मजबूत होगा। भाई-बहन का रिश्ता चाहे तो दोस्ती का रिश्ता भी बन सकता है, अगर हर छोटी-छोटी बात एक-दूसरे से शेयर की जाए। अगर आप किसी मुसीबत में है तो भाई से बात शेयर करें, इससे आपकी प्रॉबल्म का सल्यूशन भी निकल जाएगा और आपकी बीच का तालमेल भी ठीक रहेगा। वहीं भाई भी अपनी प्रॉबल्म शेयर करके अपने मन हल्का करे तो यह रिश्ता और भी मजबूत होगा।
एक-दूसरे के लिए रखें त्याग की भावना
अक्सर देखा जाता है कि भाई-बहन किसी चीज को लेकर लड़ने लगते है कि वो उसे क्यों मिली मुझे क्यों नहीं। ऐसी स्थिति में एक-दूसरे के प्रति ईर्ष्या की भावना पैदा कर लेते हैं जिनसे उनके रिश्ते में दरार आने लगती हैं। जबकि ऐसी स्थिति में उन्हें यह सोच कर सबर करना चाहिए कि चलो मुझे नहीं मिला तो क्या हुआ!