कोरोना मामलों में कमी के चलते कई जगहों पर ढील जा रही है लेकिन वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है इसलिए सबकुछ खोल देना सही नहीं। एक्सपर्ट की मानें तो तीसरी लहर का खतरा शुरू हो चुका है। बता दें कि 'डेल्टा' वेरिएंट के कारण इंडोनेशिया के हर हफ्ते 100 से ज्यादा बच्चों जा रही है, जिससे वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ गई है।
इंडोनेशिया में कोरोना का कहर
इंडोनेशिया में बच्चों की मृत्यु-दर दुनिया के बाकी हिस्सों के मुकाबले बहुत ज्यादा है। रिपोर्ट के मुताबिक, इंडोनेशिया में कुल 12.5% बच्चों में कोरोना का पुष्टि की गई हैं जबकि वहां व्यस्कों में कोरोना के 30 लाख मामले सामने आए हैं और 83 हजार की मौत हुई।
केंद्र सरकार क्या कह रही?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि तीसरी लहर का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर होगा, इसके कोई ठोस सबूत नहीं हैं। बच्चे अगर कोरोना संक्रमित होते हैं तो एसिम्प्टोमेटिक रहते हैं या उनमें लक्षण हल्के होते हैं। वायरस बच्चों पर गंभीर रूप से असर नहीं डालता।
हालांकि बावजूद इसके केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए गाइडलाइंस जारी कर रखी हैं। इसके मुताबिक,
. कोरोना से बचने के लिए डाइट में इम्यूनिटी बढ़ाने वाले आहार लें, भरपूर पानी पीएं। साथ ही जंक फूड्स, ऑयली व मसालेदार भोजन से दूर रहें।
. खुद भी व्यायाम करें और बच्चों को भी योग करवाएं।
. बच्चों को सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने के लिए कहें और खासतौर पर संक्रमित या बीमार व्यक्ति से दूर रखें।
. घर की स्टडी टेबल, दरवाजे व उसके हैंडल, लाइट के स्विच, रिमोट, टॉयलेट, सिंक आदि को कीटाणुनाशक से साफ करें क्योंकि इन्हें बच्चे बार-बार छूते हैं।
. बच्चों के खिलौने को भी डिटॉल आदि से साफ करते रहें।
. कपड़ों को डिटॉल व गर्म पानी से अच्छी तरह धोएं, खासकर बच्चों के।
बच्चों को सही तरीके से हाथ धोना सिखाएं
. बच्चों के साथ में खड़े होकर खुद हाथ धोएं और उन्हें भी सिखाएं।
. बच्चों को दिखाएं की हाथों और उंगलियों को कैसे रगड़कर साफ करना है।
. बच्चों को हाथ धोते समय 2 बार 'हैप्पी बर्थडे' गाना गुनगुनाने को कहें।
. अगर बच्चा 3 से 7 साल का है तो उनके हाथ पर ग्लिटर लगा दें। फिर उन्हें तब तक हाथ धोने के लिए कहें जब तक वो निकल ना जाएं।