अगर आपकी एड़ियों और जोड़ों में लगातार दर्द रहता है तो इसका कारण यूरिक एसिड भी हो सकता हैं। यूरिक एसिड की समस्या तब शुरू होती है जब किडनी शरीर में बनने वाले यूरिक एसिड को ठीक से फिल्टर कर यूरिन के रास्ते बाहर नहीं कर पाती और ये एसिड जोड़ों में ही जमा होने लगता है। इसी के चलते जोड़ों में दर्द और पैरों में सूजन दिखने लगती है। अगर इसे कंट्रोल ना किया जाए तो यह गाउट यानि गठिया बन जाता है। यूरिक एसिड बढ़ने का कारण भी खराब लाइफस्टाइल ही हैं। अगर आप प्रोटीन बहुत ज्यादा ले रहे हैं और बाकी तत्व कम तो शरीर में सारा लेवल गड़बड़ा जाता है। जंक फूड खाना, पानी कम पीना और फिजिकल एक्टिविटी ना करना आदि।
अब इसे कंट्रोल कैसे करना है...
एक्सपर्ट्स के अनुसार, यूरिक एसिड लेवल को आप घरेलू तरीके से कंट्रोल में कर सकते हैं। इसके लिए गिलोय के पत्तों का इस्तेमाल करें। आप गिलोय का पानी उबाल कर पी सकते हैं।
अखरोट का करें सेवन
गिलोय के अलावा एक अखरोट भी इसे कंट्रोल में रखेगा। अखरोट में ओमेगा-3 भरपूर होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के साथ-साथ विटामिन बी6, कॉपर, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम जैसे कई पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। अखरोट में हैल्दी प्रोटीन भरपूर होता है जो घुटनों में जमे यूरिक एसिड के क्रिस्टल्स को बाहर निकालने का काम करता है। दिन के 2 से 3 अखरोट खाने से आपको फायदा होगा। आप सलाद में डालकर, स्मूदी और शेक में डालकर इसका सेवन कर सकते हैं। अगर अखरोट की तासीर गर्म लगती हैं तो आप इसे पानी में भिगोकर खा सकते हैं। इससे यूरिक एसिड तो कम होगा ही साथ ही में यह दिल और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद है। इससे तनान कम होता है और इम्यूनिटी स्ट्रांग होती है।
यूरिक एसिड का लेवल कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल को हैल्दी बनाए।
30 से 45 मिनट हलकी फुल्की एक्सरसाइज करें।
हाई प्रोटीन चीजें जैसे राजमाह, मटर, चने और छिलके वाली दालों का सेवन डिनर में ना करें।
हरी सब्जियों का जूस पीएं।
रात का खाना जल्दी खाएं।
8 से 10 गिलास भरपूर पानी पीएं।
8 घंटे की नींद लें।
मेटाबॉलिक रेट बढ़ाएं।
स्ट्रेस लेने से बचें। योग व मेडिटेशन का सहारा लें।
एल्कोहल का सेवन ना करें। ज्यादा नॉनवेज जैसे रेडमीट खाने से बचें।
याद रखिए यह रोग भी लाइफस्टाइल से जुड़ा है जब तक आप हैल्दी लाइफस्टाइल नहीं अपनाएंगे दवा भी असर नहीं दिखाएगी।