अपनी शादी के दिन का सपना हर कोई देखता हैं लेकिन यह दिन अपने साथ कई कठिन परिस्थियां भी लेकर आता है, जिनमें से एक है अपने घर को छोड़ने का दुख। बेटी के इस दुख को अनदेखा नहीं किया जा सकता। हर बेटी के लिए उसकी मां एक अच्छी दोस्त और सलाहकार होती है, जिसके साथ वह सभी बातें शेयर करती है और मां उसे सही सलाह देती है। इसलिए बेटी का अपनी मां के साथ काफी लगाव होता है, जिसे वह शादी के बाद काफी तरीकों से याद करती है। आज हम आपको ऐसे ही कुछ मूमेंट्स बताएंगे, जब बेटी शादी के बाद अपनी मां को काफी याद करती है।
हफ्ते बाद बालों की चंपी कैन करेगा?
मां के हाथों से बालों की चंपी अक्सर शादी के बाद याद आती है, जिससे तनाव पूरी तरह से दूर हो जाया करता था लेकिन ससुराल में अक्सर बेटी इस बात को याद करके मां को मिस करने लगती है।
सुबह की चाय
अपने पर्सनल टी स्पेशलिस्ट यानी मम्मी के हाथों से बनी बैड टी हमेशा याद रहती है। शादी के बाद बेटी अक्सर मां के हाथों से बनी बैड टी के स्वाद को याद करती हैं और चाय के साथ गॉसिप करना, ये सब कुछ शादी के बाद याद आता है।
मां के हाथ का खाना
कोई रेस्तरां या कोई शेफ, आपकी मां से बेहतर खाना नहीं बना सकता, खासकर राजमा-चावल। शादी के बाद जब कभी राजमा-चावल खाने का मन करता है तो मुंह में एक ही सवाल आता है (मम्मी कहां हो आप?)।
जब फेवरेट ड्रैस न मिल रही हो
भले ही कपड़े हमारे है लेकिन उन्हें संभालकर रखने की जिम्मेदारी मम्मी रखते हैं। अगर कोई चीज नहीं मिल रही हो तो मां तुंरत से उसे ढूंढ कर निकाल लाती है क्योंकि मां अपने बच्चे की फेवरेट जैकेट से लेकर उसके मोबाइल चार्जर तक सब कुछ संभालकर रखती हैं।
बच्चे को करीब से जानती हैं मां
अपने अच्छे और बुरे दिन के बारे में मां को बताने की जरूरत ही नहीं पड़ती। मां बच्चे का मुंह देखकर ही अच्छे से पहचान जाती है कि आज दिन उसके लिए कैसा रहा।
डॉक्टर भी बन जाती है मां
मां एकमात्र ऐसी व्यक्ति है जिसको आपके बीमार होने पर सबसे ज्यादा चिंता होती है। और इस तरह की स्थिति में मां से बेहतर केयर कोई और नहीं कर सकता है।
जब सभी के लिए खाना बनाना हो
शादी के बाद जब कभी अपना फेवरेट फूड बनाना हो तो आप मां को याद करते हैं, और हमेशा किचन में खड़े होकर मां की ये बातें याद आती है कि चपातियों को और अधिक गोल कैसे करें, दाल में क्या-क्या डालना है, प्रेशर कुकर में कितनी सीटिस लगानी हैं।