कोरोना वायरस से बचने के लिए एक्सपर्ट लोगों को मास्क व दस्तानें पहनने के अलावा सावधानी बरतनें को कह रहे हैं। दरअसल, वायरस के ड्रॉपलेट्स हाथों से मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करके आपको बीमार कर सकते हैं इसलिए लोगों को मुंह पर मास्क लगाने की सलाह दी जा रही है। वहीं इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ खबरें वायरल हो रही है कि कोरोना वायरस कान के रास्ते भी शरीर में प्रवेश कर सकता है। चलिए आपको बताते हैं विशेषज्ञों की इसपर क्या है राय?
क्या है विशेषज्ञों की राय?
विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना वायरस मुंह, नाक व आंख के अलावा कान के जरिए भी शरीर में प्रवेश कर सकता है। मगर, कान से कोरोना संक्रमण का खतरा तब तक नहीं है जब तक आपको कान से जुड़ी कोई बीमारी नहीं है।
क्या वायरस का असर हो रहा कम है?
ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है, जिससे पता चलता हो कि कोरोना वायरस में कोई बदलाव आया हो या इसका असर कम हो रहा हो। हालांकि भारत में 80 फीसदी लोगों को इलाज की जरूरत नहीं है, जिसकी वजह उनका मजबूत इम्यून सिस्टम है। वहीं बाकी मरीजों को हॉस्पिटल की निगरानी में रखा जा रहा है।
वायरस के प्रति ना रखें नकारात्मक सोच
कोरोना वायरस हाथ मिलाने, खांसने व छींकने से फैलता जरूर है लेकिन यह कोई ऐसी बीमारी नहीं जो ठीक नहीं हो सकती। ऐसे में बेहतर होगा कि आप इस वायरस के प्रति अपनी नकारात्मक सोच को बदलें। इसके साथ ही कोरोना मरीज या ठीक हो चुके पेशेंट के साथ भेदभाव ना करें। हमें वायरस से लड़ना है लोगों से नहीं।
कब तक आएगी वैक्सीन?
दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना की वैक्सीन बनाने में लगे हुए हैं लेकिन फिलहाल इसकी वैक्सीन तैयार नहीं हुई है। क्लिनकल ट्रायल की प्रक्रिया लंबी होने के कारण दवा बनने में कुछ और समय लग सकता है। फिलहाल आपको कोरोना वायरस से बिल्कुल घबराने की जरूरत नहीं।
कैसे रखें बचाव?
. घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनना ना भूलें। बचाव के लिए चश्मे या शील्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है।
. आंखों की साफ-सफाई पर ध्यान दें और बार-बार आंखों को छूने से बचें।। साथ ही कपड़ा, तौलिया या रूमाल किसी से शेयर ना करें।
. चेहरे को फेसवॉश से धोते रहें और आंखों पर भी पानी के छिंटे मारे।
. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और लोगों से 6 फीट की दूरी बनाकर रखें।
. अगर कानों से जुड़ी कोई बीमारी है तो डॉक्टर से सलाह लें।