कॉफी पीना लगभग सभी को पसंद है। मगर कॉफी में मौजूद कैफीन की वजह से इसका सेवन जितना हो सके कम से कम करना चाहिए। आजकल लोग वैसे भी अपने वजन और सेहत को लेकर काफी सजग हो चुके हैं, ऐसे में ब्लैक कॉफी, ग्रीन-टी और लेमन टी का सेवन करना वे ज्यादा पसंद करते हैं। मगर आज हम आपको यहां बताएंगे ग्रीन-कॉफी के बारे में कुछ जरुरी बातें। जी हां, बहुत से लोग ग्रीन-टी की जगह ग्रीन कॉफी पीना भी पसंद करते हैं। आइए जानते हैं क्या है ग्रीन-कॉफी और इसे पीने से बॉडी को मिलने वाले फायदे...
क्या है ग्रीन-कॉफी?
ग्रीन-कॉफी कच्चे कॉफी बीन्स से तैयार की जाती है। ग्रीन-कॉफी में ब्राउन कॉफी से कम कैफीन पाई जाती है। ग्रीन कॉफी में क्लोरोजेनिक नामक एक ऐसा एसिड पाया जाता है, जो बॉडी के लिए एंटी-ऑक्सीडेंट का काम करता है। आइए जानते हैं ग्रीन-कॉफी पीने से शरीर को क्या-क्या लाभ मिलते हैं।
ग्रीन-कॉफी पीने से मिलने वाले फायदे...
शरीर को मिलती है एनर्जी
ग्रीन-कॉफी में क्रोनॉलोजीकल एसिड पाया जाता है, जो आपके मेटाबॉलिज्म को स्ट्रांग बनाए रखने में मदद करता है। जब आपका मेटाबॉलिज्म सही तरीके से काम करेगा, तो आप दिन भर एक पॉजिटिव एनर्जी के साथ भरे रहेंगे।
सही वजन
ग्रीन कॉफी में भरपूर विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं, जिससे आपको बेवक्त भूख नहीं लगती। यदि आप सुबह नाश्ते के बाद और रात डिनर के बाद एक कप ग्रीन-कॉपी पीकर सोते हैं तो आपको वजन सही रहता है, और जिनका वजन अधिक है ग्रीन-कॉफी पीने से उनका वेट कम होता है।
डायबिटीज के मरीज
ग्रीन-कॉफी का सेवन करने से आपको शुगर लेवल ठीक रहता है। मगर यदि आपका शुगर लेवल ज्यादा डाउन रहता है, तो ग्रीन-कॉफी का सेवन कम से कम करें। इसका सेवन करने से आपका शुगर लेवल जरुरत से ज्यादा गिर सकता है।
एंटी-ऑक्सीडेंट
हमारी बॉडी में कुछ ऐसे तत्व भी मौजूद होते हैं, जिनका शरीर में से निकास होना बेहद जरुरी है। ऐसे में ग्रीन-काफी उन तत्वों को यूरीन के जरिए बॉडी में से बाहर निकालने में मदद करती है।
प्लेटलेट्स
बॉडी को फिट रखने के लिए ब्लड प्लेटलेट्स भी अपनी खास भूमिका निभाते हैं। ग्रीन-कॉफी पीने से यह प्लेटलेट्स बैलेंस रहते हैं।
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