पाकिस्तान में पिछले दस दिनों में सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के उत्पीड़न की कई भयावह घटनाओं के बाद, सेलेब्स और प्रमुख हस्तियों ने सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है। इस बीच अब पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की बेटी बख्तावर भुट्टो जरदारी ने भी महिलाओं की सुरक्षा पर अपनी आवाज उठाई है।
अविवाहित पुरुष को बहनों और मांओं के बिना जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए
सोशल मीडिया ट्विटर के जरिए बख्तावर भुट्टो जरदारी ने कहा कि अविवाहित पुरुषों को उनकी बहनों, मां, पत्नियों या बेटियों द्वारा अनुरक्षण (escorted) किए बिना सार्वजनिक रूप से अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
सार्वजनिक स्थानों पर पुरुषों पर प्रतिबंध लगाने के बारे में ट्विटर पर बख्तावर ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ हमले और हिंसा की बार-बार हो रही घटनाओं को देखते हुए इससे बेहतर और कोई विकल्प नहीं है।
अगर पुरुष अपनी बहन बेटी के साथ होंगे तो दूसरी महिला के साथ बदतमीजी नहीं कर पाएंगे
बख्तावर ने कहा कि जब पुरुष महिलाओं के साथ होंगे, तो शायद वे दूसरी महिला पर हमला करने या छेड़खानी करने से पहले दो बार जरूर सोचेंगे। इससे पहले, बख्तावर ने सार्वजनिक स्थानों पर पुरुषों के एंट्री पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने की भी मांग की थी।
मीनार-ए-पाकिस्तान पर टिकटॉक स्टार का 3 घंटे तक हुआ था चीरहरण
दरअसल, पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाहौर के ऐतिहासिक मीनार-ए-पाकिस्तान पर एक टिकटॉक स्टार लड़की अपनी टीम के साथ पहुंची थी, जहां अचानक सैकड़ों की भीड़ उस पर टूट कर पड़ गई और इंसानों की शक्ल में ये भेड़िए लड़की से छेड़खानी करने लगे। करीब 3 घंटे तक भीड़ उस लड़की को नोचते रहे, कभी गेंद की तरह हवा में उछालते रहे, उसके बदन से कपड़े फाड़ उसी पर उछालते रहे। जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
लड़की से छेड़खानी करने पर करीब 400 लोगों पर मामला दर्ज किया गया
उस शर्मनाक घटना पर लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए गुनहगारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और वीडियो के स्क्रीनशॉट शेयर कर भीड़ में शामिल दरिंदों की पहचान करने की अपील की। जिसके एवज में इस घटना का संज्ञान लेते हुए लाहौर के लोरी अड्डा पुलिस थाने में 400 लोगों पर मामला दर्ज किया गया।
हथियारों से लदी पुलिस भी देखती रही तमाशा
बख्तावर ने इस घटना का जिक्र करते हुए लिखा कि पुलिस ने एक और दर्दनाक अनुभव देखा, जिन्होंने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बैक अप लेने और हथियारों का इस्तेमाल करने की क्षमता के बावजूद लड़की की मदद करने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर पुरुषों को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। इसके अलावा महिलाओं की सुरक्षा के लिए हमें और सेफ गार्ड महिलाओं की जरूरत है।