कोरोना वायरस का आतंक अब हर जगह फैल चुका है। हर कोई अपने आपको इस माहामारी की चपेट से बचाना चाहता है। आए-दिन इस वायरस पर रिसर्च होते रहते है। हर वैज्ञानिक इसके वैक्सीन की खोज में न जानें कितने प्रयत्न और रिसर्च में लगे हुए। इसी दौरान एक शोध के मुताबिक़ अमेरिकन-अफ्रीकन लोगों को कोरोना वायरस जल्दी हो रहा है। तभी तो इस बीमारी के कारण मरने वाले 68 फीसद अफ्रीकन-अमेरिकन ही है।
क्या है वजह ?
टॉप सर्जन जेरोम एडम कहते है कि-ये लोग ज्यादातर डाइबिटीज, फेंफडों और दिल की बीमारी के शिकार होते हैं।इसलिए इनके इम्यून सिस्टम काफी कमजोर होते है। यह किसी भी कीटाणु से लड़ने के लिए काम सक्षम होते है। उनका यह भी कहना है कि अफ्रीकन अमेरिकन को कोरोना से सबसे अधिक खतरा है। लेकिन अभी तक उनके पास इस बात के लिए कोई प्रूफ नहीं है।
जेरोम एडम खुद भी है अफ्रीकन
बता दें कि जेरोम एडम खुद भी एक अफ्रीकन है। वो अमेरिका में काफी समय से रह रहे है। उन्होंने यह भी कहा कि वो अमेरिका में रह रहे गरीब और काले लोगों की बढ़ती विरासत को दर्शाते है। वहीं वो खुद ब्लड प्रेशर और अस्थमा से ग्रस्त है।