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नॉर्मल डिलीवरी चाहती है तो जरूर करें ये काम

  • Updated: 22 Jan, 2017 01:43 PM
नॉर्मल डिलीवरी चाहती है तो जरूर करें ये काम

नार्मल डिलीवरी के लिए : जब कोई औरत प्रैग्नेंट होती है तो उसे खुशी के साथ-साथ इस बात की चिंता भी होती है कि उसका होने वाला बच्चा स्वस्थ है या नहीं, उसकी डिलीवरी नॉर्मल होगी या नहीं। ऐसी कई बातें होती है, जो प्रैग्नेंट महिला के दिमाग में घूमती रती है। वैसे तो हर औरत यहीं चाहती है कि उसकी डिलीवरी नॉर्मल हो लेकिन प्रैग्नेंसी के दौरान कुछ दिक्कतें आने से सिजेरियन डिलीवरी की नौबत आ जाती है। इसके बाद मां को रिकवर होने में काफी समय लग जाता है लेकिन आप पहले ही कुछ बातों में सावधानियां बरत कर इस दिक्कत से बच सकते है। आज हम आपको कुछ ऐसी ही आदतों के बारे में बताएंगे, जिनको रूटीन लाइफ में फॉलो करके नॉर्मल डिलीवरी के चांसेज बढ़ जाते है। 

 

1. सही आहार लें

जब कोई औरत गर्भ धारण करती है तो उसके खान-पान में काफी बदलाव आ जाता है। ऐसे में प्रैग्नेंट औरत को ऐसे आहार का सेवन करने की सलाह दी जाती है, जिससे मां और बच्चे को पोषण मिलता रहें। आयरन और कैल्शियम युक्त आहार का सेवन करें।

 

2. खून की कमी को पूरा करें 

प्रैग्नेंसी के दौरान शरीर में खून की कमी न होने दें क्योंकि डिलीवरी को समय काफी ब्लड लॉस होता है, ऐसे चीजों का सेवन करें जिनसे शरीर में आयरन की कमी न हो। 

 

3. पानी पीते रहें

गर्भ में बच्चा एमनियोटिक फ्लूड में होता है। इसी से बच्चे को ऊर्जा मिलती है। ऐसे में मां के लिए ये जरूरी है कि वो हर रोज आठ से दस गिलास पानी पीएं, ताकि बच्चों को प्रोपर ऑक्सीजन मिलती रहे। 

 

4. टहलना

प्रैग्नेंट होने का मतलब बिल्कुल बीमार होना नहीं है। ऐसे में कई औरतें चलना-फिरना बंद कर देती है ताकि इससे बच्चे को कोई नुकसान न हो। लेकिन जो महिलाएं प्रैग्नेंसी के दौरान टहलती नहीं और बीमारों की तरह बिस्तर पर लेट जाती है उनको सिजेरियन डिलीवरी खतरा रहता है।  

 

5. व्यायाम करें

प्रैग्नेंसी के दौरान हल्का व्यायाम करे, जो प्रैग्नेंट औरतों के लिए बेहतर होता है। अगर शरीर चलता-फिरता रहेगा तो नॉर्मल डिलीवरी के चांसेज बढ़ जाते है। 

 

6. तनावमुक्त रहें

गर्भावस्था इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि हमेशा खुश रहें। जो महिलाएं ऐसी स्थिति में ज्यादा तनाव में रहती है उनकी डिलीवरी में दिक्कते आती है। साथ ही इससे बच्चे पर भी गहरा असर पड़ता है। 

 

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