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ब्रेस्ट फीडिंग से जुड़ी 5 एेसी बातें, जिनमें नहीं है काेई सच्चाई

  • Updated: 04 Aug, 2017 12:11 PM
ब्रेस्ट फीडिंग से जुड़ी 5 एेसी बातें, जिनमें नहीं है काेई सच्चाई

मां बनना एक खूबसूरत एहसास हाेता है। बच्चे के जन्म के बाद उसे स्तनपान कराना बहुत अावश्यक होता है, क्याेंकि यह बच्चे के शरीर के विकास में मदद करता है। स्तनपान करवाना केवल बच्चे ही नहीं, बल्कि मां के लिए भी फायदेमंद हाेता है। हालांकि कई एेसे मिथ्य हैं, जिन्हें लेकर महिलाएं यह मानती है कि बच्चे काे स्तनपान कराने से उनकी फिगर या ब्रेस्ट काे नुक्सान हाे सकता है। अाईए वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक(WBW) के माैके पर जानें क्या है इनका सच।

काैन सी है वह 5 बातेंः-

1) ब्रेस्ट साइजः-
कई महिलाअाें का मानना है कि अगर उनके ब्रेस्ट का साइज छाेटा है, ताे उनके बच्चे के लिए पर्याप्त दूध नहीं बन पाएगा। जबकि सच्चाई यह है कि अगर मां स्वस्थ है ताे बच्चे के लिए पर्याप्त दूध बनने में काेई मुश्किल नहीं अाती। 

2) सिर्फ बच्चे के लिए फायदेमंदः-
यह भी माना जाता है कि स्तनपान करवाना केवल बच्चे की सेहत के लिए अच्छा हाेता है। लेकिन अगर काेई मां लगातार अपने बच्चाें काे दूध पिलाती है ताे इससे उसे ब्रेस्ट कैंसर हाेने की संभावना कम हाे जाती है।

3) बिगड़ सकता है साइज:-
स्तनपान कराने से ब्रेस्ट के साइज में काेई फर्क नहीं अाता, यह महज एक मिथ्य है। बल्कि इससे वह और हैल्दी हाेते हैं।

4) बीमार हाे ताे न पिलाएं दूध:-
कहते है कि अगर मां बीमार हाे ताे उसे बच्चे काे दूध नहीं पिलाना चाहिए। लेकिन सच यह है कि इससे बच्चे के स्वस्थ पर काेई खास फर्क नहीं पड़ता।

5) पाउडर मिल्कः-
पाउडर मिल्क के मुकाबले मां का दूध ज्यादा गुणकारी हाेता है, क्याेंकि इसमें प्रोटीन, वसा, विटामिन और कार्बोहाइड्रेट का सही संयोजन होता है जो आपके बच्चे के विकास में मदद करते हैं। 
 

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