बढ़ती उम्र के साथ बीमारियां में शरीर में घर करने लगती हैं। महिलाओं के ये लिए तो और भी जोखिम भरा समय होता है। 50 साल की उम्र के बाद महिलाओं को मेनपोज होते हैं जिससे पीरियड्स बंद हो जाते हैं। । इससे शरीर कमजोरी हो जाता है, महिलाओं को विटामिन की कमी हो सकती हैं जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। वहीं विटामिन बी जैसे अन्य तत्वों की कमी पाचन, मल त्याग और शरीर के कई कार्यों को प्रभावित कर सकता है। इसलिए जरुरी है कि शरीर में विटामिन की कमी पूरी की जाए ताकि 50 के बाद भी वो हेल्दी रहें और रोगों से दूर रहें....
विटामिन बी 6
50 की उम्र के बाद महिलाओं को अक्सर विटामिन 6 की कमी हो जाती है। इससे त्वचा में सूजन और लालिमा आ जाती है, कई बार तो त्वचा में दाने भर जाते हैं। इन सब के अलावा जीभ भी खट्टी हो जाती है और मु्ंह के कोनों में दरारे नजर आती हैं। इससे मूड पर भी फर्क पड़ता है- चिड़ाचिड़ापन और उदासी रहती है। ऐसे में जरुरी है कि विटामिन सी की आपूर्ति की जाए। इसके लिए पालक, छोले, एवोकाडो, केल, गाजर और सालमन को अपने डाइट में शामिल करें।
विटामिन बी 12
महिलाओं में बढ़ती उम्र के साथ विटामिन बी 12 की भारी कमी हो जाती है। ऐसा अक्सर किसी रोग के चलते कम कैलोरी डाइट या यहां तक कि भूख न लगने के कारण भी हो सकता है।ऐसे में इस विटामिन की कमी से कब्ज, डायरिया, भूख न लगना या गैस की समस्या बढ़ जाती है। साथ ही शरीर सुन्न हो जाता है। मांसपेशियों में कमजोरी भी हो सकती है।इसके साथ ही महिलाओं को डिप्रेशन, याददाश्त कम होना या व्यवहार में बदलाव भी महसूस हो सकता है। ऐसे में विटामिन बी12 सप्लीमेंट लें और इसके लिए टूना, मोटे अनाज, चना, गहरे रंग के पत्तेदार साग, केला, पपीता, संतरा और खरबूजा जैसे फल खाएं।
मैग्नीशियम
मैग्नीशियम डिप्रेशन के लक्षणों को घटाता है। शरीर में मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा होने से मसल्स का तनाव भी कम होता है, साथ ही यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है और आपके दिल का भी ख्याल रखता है। मैग्नीशियम के लिए आप भिंडी, तुलसी के पत्ते, कद्दू के बीज, बादाम, काजू, लोबिया, पालक और खजूर आदि का भरपूर सेवन करें।
विटामिन डी
मजबूत हड्डियों के लिए विटामिन डी बहुत जरुरी है क्योंकि यह शरीर को आहार से कैल्शियम का उपयोग करने में मदद करता है। विटामिन डी की कमी को रिकेट्स से जोड़ा गया है, एक ऐसी बीमारी जिसमें हड्डियां अपने आप कमजोर होने लगती हैं।इसलिए 50 की उम्र के बाद जब हड्डियों की समस्या बढ़ने लगे तो समझ लें कि विटामिन डी की कमी है। लंबे समय तक लापरवाही करने से दिल का रोग भी हो सकता है। ऐसे में सिर्फ धूप लेने से काम नहीं चलेगा, डॉक्टर से परामर्शलें।