जिदंगी में कितनी भी मुश्किलें क्यों न हो जब मन में मंजिल को हासिल करने का जुनून हो तो मुसीबतें खुद-ब-खुद रास्ते से हट जाती हैं। इस बात की मिसाल है सांवलोदा लाडखानी गांव के ढाणी की रहने वाली पूजा कंवर। हाल ही में पूजा ने 8वीं एशियन महिला यूथ हैंडबॉल चैंपियनशिप में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया हैं।
पिता करते है खेती
पूजा के पिता सुरेंद्र सिंह गौड़ गांव में खेती का काम करते हैं। लक्ष्मणगढ़ राजकीय माध्यामिक विद्यालय सांवलोदा की पूर्व छात्रा पूजा अपने गांव की पहली अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी है। स्कूल में अपनी पढ़ाई व खेल के साथ पूजा छुट्टियों में परिवार का हाथ बंटाने के लिए खेती का काम भी करती हैं।
जयपुर एकेडमी में ले रही है प्रशिक्षण
पूजा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने से पहले स्कूल में 4 बार जिला, राज्य व 2 बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए खेल चुकी हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चयन के दौरान 32 खिलाड़ियों में से 18 का चयन किया गया जिसमें पूजा भी शामिल है। हाल ही में जयपुर में 8वीं एशियन महिला यूथ हैंडबॉल चैंपियनशिप संपन्न हुई है जिसमें पूजा का काफी अच्छा प्रदर्शन रहा हैं। इस समय वह हैंडबॉल खेल एकेडमी जयपुर में प्रशिक्षण ले रही हैं।
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