पेरेंटिंग: जब किसी औरत का प्रैग्नेंसी पीरियड शुरू होता है तो उसके जीवन में कई उतार-चढ़ाव आते हैं। इतना ही नहीं, जहां उसका खान-पान काफी हद तक पहले से चेंज हो जाता है, वहीं प्रैग्नेंट महिला के शरीर में कई बदलाव आते है। इन्हीं उतार-चढाव के बीच कुछ महिला में संबंध उत्सुकता बढ़ जाती है, या कुछक महिलाओं में संबंद बनाने की इच्छा कम हो जाती है। दरअसल प्रैग्नेंसी में यह बात मायने भी रखती है कि आपका पार्टनर आपका किस प्रकार साथ दे रहा है। आप किस तरह से प्रैग्नेंसी में होने वाले उतार-चढ़ाव में तालमेल बिठा पाती हैं। यह सब बातें आपकी कामेच्छा निर्भर करती है। कई बार प्रैग्नेंसी पीरियड में कुछ महिलाएं तनाव में आ जाती है, जिससे उनमें संबंध बनाने की इच्छा भी काफी हद तक कम हो जाती है। इसके अलावा भी संबंध बनाने की कमी के कई कारण होते है। आइए जानते है इनके बारे में।
1. हार्मोन
हार्मोन असंतुलन लेवल या तो संबंध बनाने की इच्छा को बढ़ा देते हैं या फिर इसे बहुत कम कर सकते हैं। महिलाओं की कामेच्छा को प्रभावित करने में हार्मोन काफी योगदान होता है।
2. डर
कई बार महिलाओं के डर की वजह से भी उनमें संबंध बनाने की इच्छा मर जाती है। उन्हें इस बात का डर लगा रहता है कि प्रैग्नेंसी में संबंध बनाने से उनको बच्चों को कोई नुकसान न पहुंच जाएं।
3. शुष्कता
कुछ महिलाएं प्रैग्नेंसी के दौरान ड्रायनेस जैसी समस्या से पीड़ित होती है, जिस वजह से उनमें संबंध बनाने की इच्छा ही रहती।
4. उत्साह
प्रैग्नेंसी के दौरान अक्सर महिलाएं अपने गर्भ में पल रहे बच्चे के बारे में सोचती होती है, जिस वजह से वह संबंध बनाने की ओर ध्यान ही नहीं दे पाती।
5. थकान
प्रैग्नेंसी के शुरुआती दिनों में महिलाएं बहुत ही ज्यादा थकान महसूस करती हैं और संबंध बनाने की इच्छा कम हो जाती है।
6. उबाक
उबाक या मितली से महिलाओं में कमजोरी आ जाती है। इससे उनकी कामेच्छा भी कम हो जाती है।