![कौन है Disha Naik? देश की पहली महिला फायर फाइटर बन रचा इतिहास](https://static.punjabkesari.in/multimedia/2023_12image_11_30_544652503l28-firefighter-naik.j-ll.jpg)
कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों। गोवा की दिशा नाइक ने भी हार न मानते हुए ऐसी फील्ड में सफलता के झंडे गाढ़ दिए हैं जो पुरुष प्रधान माना जाता है।दिशा एयरोड्रम रेस्क्यू एंड फायर फाइटिंग यूनिट का हिस्सा बनने वाली भारत की पहली महिला बन गई हैं। उन्होंने क्रैश फायर टेंडर संचालन के क्षेत्र में सफलता हासिल कर ना केवल रिकॉर्ड बनाया है, बल्कि रूढ़िवादी समाज की बेड़ियां को तोड़ एक मिसाल कायम की है। आइए आपको बताते हैं कौन है दिशा..
![PunjabKesari](https://static.punjabkesari.in/multimedia/11_31_331558714who-is-disha-naik.jpg)
कौन है दिशा?
गोवा के छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाली दिशा ने साल 2021 में मनोहर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर निकले पद के लिए आवेदन किया था। कुछ समय के बाद उन्होंने इंटरव्यू के लिए फोन आ गया। दरअसल, वो हमेशा से ही कुछ अलग करना चाहती है। फायर फाइटर बनने के लिए उन्होंने विशेष रूप से विमान बचाव और अग्निशमन के लिए डिज़ाइन किए गए क्रैश फायर टेंडर को संचालित करना सीखा। उन्होंने नामक्कल, तमिलनाडु में छह महीने का तक ट्रेनिंग ली, जिससे उन्हें सीएफटी ऑपरेटर की चुनौतीपूर्ण भूमिका के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्राप्त हुआ और वह क्रैश फायर टेंडर संचालित करने वाली भारत की पहली प्रमाणित महिला फायर-फाइटर बन गईं।
![PunjabKesari](https://static.punjabkesari.in/multimedia/11_31_5128092657b1e4425-d4b0-436c-8265-8f60ebd8047e.jpg)
इस वजह से है दिशा का फायर फाइटर बनना खास
गोवा के एयरपोर्ट की फाइर फाइटर वाली टीम में महज 20 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं तो ऐसे में दिशा का इस मुकाम तक पहुंचना बहुत खास है।दिशा की सफलता उन लोगों के लिए मुंहतोड़ जवाब है, जिन्हें लगता है कि महिलाएं सिर्फ घर का ही काम कर सकती हैं।