भारत में सांप बहुत ज्यादा संख्या में पाए जाते हैं। यह एक ऐसा खतरनाक जानवर है जिसका जहर व्यक्ति की जान ले लेता है। शहरी इलाकों में तो सांप नहीं होते लेकिन ग्रामीण इलाकों में यह खूब पाए जाते हैं। ग्रामीण इलाकों में सांप काटने के तुरंत बाद ही कोई मेडिकल सुविधा भी तुरंत नहीं मिलती जिसके कारण व्यक्ति की जान भी जा सकती है। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ ऐसी गाइडलाइन्स जारी की हैं जिनमें बताया गया है कि सांप काटने पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं। इन गाइडलाइंस का पालन करने से बिना डॉक्टरी मदद से भी आप अपना बचाव कर सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
सांप काट जाए तो क्या करें?
. यदि आपको सांप ने काट लिया है तो खुद को शांत रखें।
. धीरे-धीरे सांप से दूर हो जाएं।
. जिस जगह पर सांप ने काटा है उस अंग को न हिलाएं और उसे स्थिर ही रखें।
. यदि सांप काटने वाली जगह पर आपने कोई गहना, घड़ी, अंगूठी या तंग कपड़ा पहना है तो उसे तुरंत हटा दे।
. फिर मरीज को जल्दी स्ट्रेचर पर बाईं करवट पर लिटाएं। इस दौरान यह ध्यान रखें कि व्यक्ति का दाहिना पैर मुड़ा हो। इसके बाद अपने हाथ से उसके चेहरे को सहारा दें।
न करें ऐसे काम
. जिस व्यक्ति को सांप काटे उसे किसी तरह की घबराहट न होने दें।
. सांप पर हमला करने या उसे मारने की कोशिश बिल्कुल भी न करें। यदि आप ऐसा करते हैं तो सांप अपना बचाव करते हुए आपको भी काट सकता है।
. सांप द्वारा काटने वाले घाव को न छेड़ें। इस पर कोई जहर वाला इंजेक्शन और दवाई भी न लगाएं।
. घाव को बांध लें और रक्त संचार को रोकने का प्रयास न करें।
. जिस व्यक्ति को सांप ने काटा है उसे पीठ के बल न लिटाएं। इससे उनके वायु मार्ग में रुकावट आ सकती है।
. खुद से भी कोई उपचार करने का प्रयास न करें।