हिंदू धर्म में एकादशी का दिन बहुत ही खास माना जाता है। साल में 24 एकादशी के व्रत आते हैं। जिनमें से हर महीने दो एकादशी आती है। इन्हीं एकादशी में से एक है उत्पन्ना एकादशी। आज उत्पन्ना एकादशी का व्रत मनाया जा रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन मां एकादशी का जन्म हुआ था। इसलिए इसे उत्पन्ना एकादशी कहते हैं। आज के दिन कुछ विशेष नियमों का पालन करना बहुत आवश्यक होता है। इससे भगवान विष्णु की आप पर हमेशा कृपा बनी रहेगी। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
न करें गुस्सा
आज के दिन यदि आपने एकादशी का व्रत रखा है तो गुस्सा न करें। व्यर्थ के वाद-विवाद से भी परहेज करें। आप आज सिर्फ मीठे वाणी का प्रयोग ही करें।
सात्विक भोजन करें
आज भोजन भी सात्विक करें। मांस, मसूर की दाल, लहसुन, प्याज जैसी चीजों का सेवन न करें। इसके अलावा आज चावल भी न बनाएं। इससे भगवान विष्णु आपसे नाराज हो सकते हैं।
सावधानी से करें झाड़ू का इस्तेमाल
आप झाड़ू भी आज ध्यान से ही घर में लगाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि झाड़ू के कारण छोटे जीवों की हत्या का खतरा रहता है। जिससे आप पर आज जीव हत्या का पाप भी लग सकता है।
ब्रह्मचर्य का पालन करें
आज के दिन ब्रह्मचर्य का पालन निश्चित रुप से करें। इसके अलावा आज बाल और नाखून न काटें। इन नियमों का पालन न करने से भगवान विष्णु आपसे नाराज हो सकते हैं।
भगवान विष्णु के मंत्र का करें जाप
आज के दिन आप निश्चित रुप से भगवान विष्णु के मंत्र का जाप जरुर करें। 'ऊं नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें। आज के दिन गीता का पाठ करना भी बहुत ही शुभ माना गया है।