40-45 की उम्र में महिलाओं का मासिक धर्म चक्र रुक जाता है और पीरियड्स आना बंद हो जाते है। मेडिकल भाषा में इसे मेनोपॉज भी कहा जाता है। मेनोपॉज से पहले महिलाओं के शरीर में कई संकेत दिखाई देते हैं जैसे अनियमित ब्लीडिंग, नींद ना आना, रात को पसीना आना, खराब पीएमएस आदि। इसके अलावा मेनोपॉज में हॉट फ्लैशेस (Hot Flashes) की समस्या भी देखने को मिलती है, जिसके कारण महिलाओं को काफी परेशानी होती है।
क्या है हॉट फ्लैशेज?
हॉट फ्लैशेस एक हार्मोनल समस्या है जो पित्त दोष के असंतुलित होने के कारण होती है। इसके कारण शरीर में तेज गर्माहट, बैचेनी, चेहरा लाल, स्किन में रुखापन महसूस होता है। मेनोपॉज के बाद यह समस्या इसलिए होती है क्योंकि इस दौरान एस्ट्रोजन हार्मोन्स असंतुलित हो जाता है। हालांकि टेस्टास्टरोन हार्मोन्स का लेवल कम होने पर पुरुषों को भी यह समस्या हो सकती है।
हॉट फ्लैशेज होने के कारण (Causes of Hot Flushes)
. मसालेदार भोजन, कैफीन
. .शराब, धूम्रपान
. टाईट कपड़े पहनना
. तनाव और चिंता
. प्रेगनेंसी के पहली और दूसरी तिमाही के दौरान
. हाइपर थाइरॉइडिज्म
. कीमोथेरेपी
. एंटीबायोटिक दवाओं का अधिक सेवन
हॉट फ्लैशेज के लक्षण
. शरीर के ऊपरी भाग में पसीना अधिक आना
. चेहरे, गर्दन, कान, छाती और अन्य भागों में ज्यादा गर्मी लगना
. अंगुलियों में झनझनाहट होना
. हृदय गति सामान्य से अधिक होना
चलिए अब आपको कुछ घरेलू नुस्खे बताते हैं जिससे आप हॉट फ्लैशेज की समस्या से राहत पा सकते हैं...
ब्लैक कोहोश (Black Cohosh)
ब्लैक कोहोश एस्ट्रोजेन रिसेप्टर्स को बांधता है और हॉट फ्लैशेज को कम करता है। दिन में 2 -3 बार ब्लैक कोहोश ले। आप चाहे तो इसके कैप्सूल्स या चाय भी ले सकते हैं।
सेब का सिरका
1 गिला पानी में 1 चम्मच सिरका मिलाकर रोज 1-2 बार लें। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लामेटरी गुण भी हॉय फ्लैशेज से आराम दिलाते हैं।
पुदीने का तेल
हॉट फ्लैशेज से राहत पाने के लिए पुदीने का तेल भी फायदेमंद है। इसके लिए किसी सूती कपड़े में 3-4 बूदें पुदीने का तेल लगाएं और दिनभर सूंघते रहें।
अदरक
अदरक को 1 कप पानी को 5 मिनट तक उबालें। इसे ठंडा करें और थोड़ा-सा शहद मिलाकर दिन में 2-3 बार लें। इसके एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण हार्मोन्स को संतुलित करने में मददगार है।
नारियल तेल
सोने से पहले नारियल तेल से हफ्ते मसाज करें। इसके फैटी एसिड और एंटी इंफ्लामेटोरी गुण शरीर के तापमान को कम करने में मददगार है।
कृष्ण कमल
1 टी स्पून कृष्ण कमल पाउडर को 1 गिलास गर्म पानी में 5-10 मिनट तक भिगोएं। फिर इसमें शहद मिलाकर रोज 3-4 बार पीएं। इससे भी शरीर का तापमान कम होगा।
ग्रीन टी
ग्रीन टी को 1 कप गर्म पानी में उबालें। इसमें शहद मिलाकर दिन में 3 बार पीएं। इसके एंटी-ऑक्सीडेंट गुण हॉट फ्लैशेस को कम करने में मदद करेंगे।
एलोवेरा जूस
रोज सुबह 1/2 कप एलोवेरा जूस पीने से भी हार्मोन्स संतुलित रहते हैं, जिससे हॉट फ्लैशेस की समस्या नहीं होती।
अगर घरेलू नुस्खों से आराम ना मिले तो बिना देरी डॉक्टर से संपर्क करें।