हेल्दी लाइफ के लिए अच्छा और पोषक तत्वों से भरपूर खाना बेहद जरूरी होता है। जितना जरूरी खान-पान की अच्छी आदतों को अपनाना है, उतना ही जरूरी इस बात पर ध्यान देना है कि आप अपना खाना किस तरह बना रहे हैं और खाना बनाने के लिए किन चीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में फास्ट कुकिंग टेक्नीक किचन का अहम हिस्सा बन चुकी है। माइक्रोवेव ओवन हो या ग्रिलर, कुकर हो या सैंडविच मेकर। ऐसी चीजों से किचन का काम जल्दी तो हो जाता है लेकिन ऐसे खाने में मौजूद पोषक तत्व कम हो जाते हैं और इनके रेगुलर इस्तेमाल से हेल्थ भी खराब होती है।
प्रैशर कुकर
कुकर में हाई प्रेशर पर खाना उबालकर पकाया जाता है जिससे लगभग 90 प्रतिशत पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। जब उसमें पोषक तत्व रहे हीं नहीं तो इसे खाकर क्या फायदा हो सकता है।
एल्युमीनियम के बर्तन
एल्युमीनियम के बर्तनों में खाना पकाने से एल्युमीनियम धातु भोजन में मिल जाती है और यह घातक धातु हमारे शरीर में कई रोग उत्पन्न करती है जैसे लिवर, किडनी की प्रॉब्लम और कैंसर आदि।
फ्रिज
आजकल हर घर में खाने को लंबे समय तक ताजा रखने के लिए फ्रिज का इस्तेमाल होता है लेकिन क्या आप जानती हैं कि फ्रिज का इस्तेमाल करने से उसमें मौजूद क्लोरो फ्लोरो कार्बन गैस भोजन को दूषित करती है जो हमारे शरीर के लिए बहुत हानिकारक होता है इसलिए ज्यादा देर तक फ्रिज में रखा खाना ना खाएं।
माइक्रोवेव
माइक्रोवेव ओवन से निकलने वाली रेडिएशन भी बहुत घातक साबित हो रही है। साथ ही माइक्रोवेव में पकाए या गर्म किए गए भोजन में हेल्दी प्रॉडक्ट बहुत कम हो जाते हैं। माइक्रोवेव ओवन में फूड्स की पौष्टिकता 60 से 90 प्रतिशत तक कम हो जाती है।
चीनी का ज्यादा इस्तेमाल
चीनी का ज्यादा इस्तेमाल करने से बुढ़ापा जल्दी आता है। चीनी हड्डियों और दांतो को खराब करती है और इससे हार्ट अटैक और मोटापे की संभावना काफी बढ़़ जाती है।
MSG का इस्तेमाल
खाने को स्वादिष्ट बनाने के लिए MSG का इस्तेमाल किया जाता है। इसकी वजह से मोटापा, लिवर डैमेज, कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां हो जाती है। भोजन में अगर 3 ग्राम से ज्यादा एमएसजी का प्रयोग हो तो ही वह हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है लेकिन अगर आप फास्ट फूड या एमएसजी युक्त डाइट का सेवन अधिक करते हैं तो इसके कई गंभीर परिणाम आपको झेलने पड़ सकते हैं।
मैदा
आटे की जगह मैदे का इस्तेमाल करने से पेट में कब्ज और मोटापे की प्रॉब्लम बनी रहती है। इसके अलावा हड्डियां कमजोर होती है और इम्यूनिटी सिस्टम भी कमजोर होता है।