इस भागती दौड़ती ज़िंदगी में खुद के साथ- साथ बच्चों की सेहत को भी नजरअंदाज कर रहे हैं। ज्यादा स्क्रीन पर टाइम बिताने के चलते बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ता है। ऐसे में आप योग की मदद से उन्हें अच्छा जीवन दे सकते हैं। जब बच्चों को कम उम्र में योग सिखाया जाता है, तो यह जीवन भर के स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती की नींव रख सकता है। योग के माध्यम से बच्चे को दिमागी और शारीरिक विकास तो होगा ही साथ में वह अनुशासित भी बनेंगे। चलिए जानते हैं बच्चों के लिए कौन से योगासन हैं फायदेमंद
शवासन
यह शांतिपूर्ण स्थिति योग अभ्यास शुरू करने का एक शानदार तरीका है। इसके के लिए बच्चे को पीठ के बल लेटाएं उसकी भुजाओं को बगल में रखें, हथेलिया ऊपर की ओर हों और पैरों को सीधा रखें। उन्हें आंखें बंद कर गहरीऔर धीमी सांस लेने को कहें।कुछ समय तक इस मुद्रा में रहकर बच्चे को एक अलग ही अनुभव होगा।
सुखासन
बच्चों के लिए यह मुद्रा उन्हें ध्यान केंद्रित करने में मदद करने का एक शानदार तरीका है। इसमें बच्चों को पैरों को क्रॉस करके और अपनी पीठ को सीधा करके ज़मीन पर बैठने के लिए कहें। हाथों को दिल के बीच में या घुटनों पर एक साथ रखें। बच्चे इसे करने के बाद आराम और लचीलापन महसूस करेंगे।
वृक्षासन
वृक्ष आसन या ट्री पोज के जरिए आपका बच्चे को संतुलन के बारे में सिखने को मिलेगा। उन्हें सीखा खड़ा करें और अपना वजन एक पैर पर डालने के लिए कहें और दूसरे पैर को जांघ, टखने या पिंडली पर टिकाने के लिए कहें। ये योगासन शरीर के साथ-साथ दिमाग में भी संतुलन लाने में मदद कर सकता है।
मार्जरी आसन
बच्चे मज़ेदार बिल्ली मुद्रा के साथ अपनी पीठ की मांसपेशियों को मजबूत कर सकते हैं और अपनी मुद्रा को सही कर सकते हैं। उनकी कोहनी, कंधों और कलाइयों को सही स्थिति में रखते हुए उन्हें हाथों और घुटनों के बल पर बैठने के लिए कहें। उन्हें बिल्ली की तरह पीठ मोड़ने और अपने सिर को नीचे की ओर झुकाने के लिए कहें।
भुजंगासन
कोबरा पोज से बच्चों को कई स्वास्थ्य लाभ मिलेंगे। इसकं लिए उनकी हथेलियों को ज़मीन पर रखकर पेट के बल लेटाएं। पेट के संकुचन को बनाए रखते हुए, उन्हें सिर और छाती को ज़मीन से ऊपर उठाने के लिए कहें। 15 से 30 सेकंड तक रोकं , फिर उन्हें बेहतर संतुलन और कम तनाव का आनंद लेने दें।