नारी डेस्क: वैसे तो नार्मल और सिजेरियन दोनों में महिला का खास ध्यान रखने की सलाह दी जाती है, लेकिन अगर बात सीजेरियन की आती है तो इसमें नार्मल से थोड़ा ज्यादा ख्याल रखा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि सी-सेक्शन डिलीवरी में टांकों का अगर ध्यान सही से न रखा जाए तो ये महिला को नुकसान भी पहुंचा सकता है। ऐसे में कई महिलाओं को इस दौरान टांकों के पकने की भी शिकायत आती है। इसलिए इस समय में महिला को खास तरह की सावधानियों को बरतने की जरूरत होती है। इसी कड़ी में हम आपको आज इन्हीं बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आप सतर्क रह सकती हैं और टांकों को पकने से बचा सकती हैं।
कैसे पक जाते है टांके?
कोई महिला यदि डायबेटिक है या बहुत ज्यादा मोटी है, तो ऐसी महिलाओं के टांके ठीक होने में ज्यादा समय लगता है। यदि टांकें ठीक नहीं हो पा रहे हैं, तो रोजाना ड्रेसिंग करने की जरूरत भी पड़ती है और कई बार उन्हें खोलकर फिर से स्टिचेस करने पड़ते हैं। कई बार इंफेक्शन की स्थिति में लैब में टेस्ट के लिए भी भेजना पड़ सकता है और इसका कारण जानने की कोशिश की जाती है। जो महिलाएं सही डाइट नहीं लेतीं, उनके टांके पकने में भी समय लग सकता है।
इस तरह करें टांकों का बचाव
-सिजेरियन डिलिवरी के बाद टांके की देखभाल करते वक्त कपड़े जरूर बदलें
- दिन में एक बार टांकों को कवर करने वाले कपड़ों को जरूर बदलें। टांकों के गीला होने पर कपड़े एक से अधिक बार बदलें। टांकों को कितने वक्त तक ढंक कर रखना है, इस बारे में डॉक्टर आपको सलाह दे सकते हैं।
- टांकों के ताजा होने के कारण घर आने के बाद भी कुछ दिनों तक नहाने से बचना चाहिए। अगर नहाना हो तो विशेषज्ञ के निर्देशानुसार ही नहाएं वर्ना पानी के इस्तेमाल से इंफेक्शन की समस्या हो सकती है।
- कई बार टांकों के ठीक होते समय उस जगह पर खुजली होने लगती है ऐसे में आपको बढ़े हुए नाखून नहीं रखने चाहिए, इससे अगर आप टांकों पर खुजली करते हैं तो उन वह पक सकते यहीं और साथ ही बच्चे और उनके शरीर को नुकसान हो सकता है।