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Proud! कल्‍पना चावला के बाद अब भारत की बेटी सिरीशा बांदला जाएगी अंतरिक्ष

  • Edited By Anu Malhotra,
  • Updated: 05 Jul, 2021 11:37 AM
Proud! कल्‍पना चावला के बाद अब भारत की बेटी सिरीशा बांदला जाएगी अंतरिक्ष

अगर महिलाओं को आगे बढ़ने का मौका मिले तो वह चांद तक भी पहुंच सकती हैं जी हां, ऐसा ही कुछ सच साबित कर दिखाया है कि भारत की एक सिरीशा बांदला ने। 

कल्‍पना चावला के बाद अब भारत की बेटी सिरीशा जाएगी अंतरिक्ष-
दरअसल,  कल्‍पना चावला के बाद अब भारत की बेटी सिरीशा बांदला अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरने वाली हैं। सिरीशा बांदला का  जन्‍म  आंध्र प्रदेश में हुआ। वह कल्‍पना चावला के बाद भारत में जन्‍मी दूसरी महिला हैं, जो अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरने वाली हैं। वह वर्जिन गेलेक्टिक के 'VSS यूनिटी' से पांच अन्‍य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ रवाना होंगी।

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भारत की बेटी सिरीशा बांदला 11 जुलाई को न्‍यू मेक्सिको से भरेगी उड़ान-
बतां दें कि कल्‍पना चावला का जन्‍म जहां हरियाणा के करनाल में हुआ था, वहीं सिरीशा बांदला का जन्‍म आंध्र प्रदेश के गुंटूर में हुआ था। वह अमेरिका के ह्यूस्टन में पली-बढ़ीं और अब अंतरिक्ष पर जाने वाली हैं। उनकी इस उपलब्धि पर भारत में भी खुशी की लहर है। जिस ‘VSS Unity’ स्‍पेसक्राफ्ट से वह अंतरिक्ष जाने वाली हैं, वह 11 जुलाई को न्‍यू मेक्सिको से उड़ान भरेगी।

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अंतरिक्ष यान से उड़ान भरने वाले वैज्ञानिकों में से एक हैं सिरीशा-
सिरीशा उन छह वैज्ञानिकों में से एक होंगी, जो इस अंतरिक्ष यान से उड़ान भरने वाले हैं। स‍िरीशा अंतरिक्षयात्रियों के इस समूह में चौथे नंबर की वैज्ञानिक हैं। वह वर्जिन गैलेक्टिक कंपनी के गवर्नमेंट अफेयर्स एंड रिसर्च ऑपरेशंस में वाइस प्रेसीडेंट भी हैं और उन्‍होंने महज 6 वर्षों में यह उपलब्धि हासिल की है। 

सिरीशा की पढ़ाई-
सिरीशा ने अमेरिका के पर्ड्यू यूनिवर्सिटी से एयरोनॉटिकल/एस्ट्रोनॉटिकल इंजीनियरिंग से ग्रैजुएशन किया और फिर जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी से MBA की डिग्री ली।

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सिरिशा ह्यूमन टेंडेड रिसर्च एक्सपीरिएंस की रहेंगी इंचार्ज-
अपने अंतरिक्ष उड़ान के समय सिरिशा ह्यूमन टेंडेड रिसर्च एक्सपीरिएंस की इंचार्ज भी रहेंगी, जिससे उन्‍हें अंतरिक्ष यात्रा के दौरान एस्ट्रोनॉट्स पर होने वाले असर के बारे में जानने का मौका मिलेगा। बचपन से ही अंतरिक्ष की दुनिया ने उन्‍हें आकर्षित किया और रॉकेट्स तथा स्पेसक्राफ्ट्स को देखकर होने वाले रोमांच ने उन्‍हें एस्ट्रोनॉट बनने के लिए प्रेरित किया। 
 

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