क्रिकेट का नाम बगैर सचिन तेंदुलकर के अधूरा सा लगता है, इसलिए ही तो उनको क्रिकेट का भगवान कहा जाता है। सचिन तेंदुलकर को दुनिया के उन देशों में भी जाना जाता है, जहां पर क्रिकेट खेला भी नहीं जाता। जी हां, ऐसी भारते के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर की प्रसिद्धि। आज क्रिकेटर अपना 50 वां बर्थडे सेलिब्रेट करेंगे। चलिए इस मौके पर आप बताते हैं कि कैसे सचिन क्रिकेट के जगत में ऐसे छाए है कि उन्हें भगवान की उपाधि मिल गई...
महज 5 साल की उम्र में उठाया था बल्ला
सचिन का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मराठी परिवार में हुआ। सचिन के पिता एक मराठी शिक्षक थे और उन्हें लिखने का भी शौक था। क्रिकेटर अपने भाई बहनों में सबसे छोटे थे और उनकी मां प्यार से उन्हें सच्चु बुलाती थी। बता दें कि सचिन के बड़े भाई अजित तेंदुलकर ही थे, जिन्होंने उन्होंने क्रिकेट अकेडमी जाने के लिए प्रोत्साहित किया। उसके बाद तो सचिन ने महज 5 साल की उम्र में बल्ला उठा लिया और क्रिकेट का अभ्यास शुरु कर दिया।
वहीं सचिन की पढ़ाई की बात करें तो वो 12वीं पास हैं। उन्होंने मुंबई के इंडियन एजुकेशन साइट न्यू इंग्लिश स्कूल बांद्रा और दादर में स्थित शारदाश्रम विद्यामंदिर स्कूल से पढ़ाई की है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उन्होंने मुंबई के खालसा कॉलेज में एडमिशन लिया था लेकिन अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सके थे।
पहले दो मैचों में शून्य में आउट हुए थे सचिन
सचिन के पड़ोस में सब जानते थे कि वो क्रिकेट अच्छा केलता है, लेकिन किसी ने ये नहीं सोचा था कि वो इतन आगे चला जाएगा। ये बात भी बहुत कम लोग जानते हैं कि कई महीने प्रैक्टिस के बाद जब उन्हें क्रिकेट मैच में खेलने का मौका मिला तो पहले दो मैचों पर वो शून्य पर आउट हो गए। लेकिन इसके बाद उन्होंने कई बड़ी परियां खोली और सब को साबित कर दिया कि वो लंबे रेस का घोड़ा है। सचिन ने खुद ये बात कई सारे इंटरव्यूज के दौरान बताई है क्रिकेट खेलते समय वो कई घरों के शीशे तोड़ चुके हैं।
सचिन के पास है 13 अनमोल सिक्के
क्रिकेटर जब अकादमी में थे तो उनके कोच रमाकांत अचरेकर गेंदबाजों से इस शर्त पर गेंदबाजी करवाते थे कि अगर उन्होंने सचिन को दिन भर में आउट कर दिया वो उन्हें एक स्किका देंगे नहीं तो सिक्का सचिन का। सचिन को अकादमी में 13 सिक्का मिले जो उन्होंने आज तक अपने पास संभाल कर रखें हैं।
पाक्सितान के खिलाफ किया था डेब्यू
सचिन ने अपना टेस्ट और वनडे डेब्यू क्रिकेट मैच पाक्सितान के विरुद्ध नवंबर-दिसंबर 1989 में किया था। एक बहुत प्रसिद्ध वाक्या है सचिन का जब वो सिद्धु के साथ पाकिस्तान के खिलाफ मैदान में उतरे, तब उनके सामने थे दुनिया के सबसे ज्यादा तेज गेंदबाज वसीम अकरम। उनकी फेंकी गेंद सचिन के फेस पर लगी और खून निकलने लगा। सब उस वक्त सचिन को वापस जाने को कह रहे थे लेकिन सचिन मैदान पर टिके रहे। उनके आत्मविश्वास ने सब को हैरान कर दिया, उस वक्त जिसमें भी सचिन को खेलते हुए देखा वो जान गए कि सचिन क्रिकेट के भगवान हैं। वैसा तो सचिन ने क्रिकेट में कई सारे रिकोर्ट्स बनाएं है लेकिन उन्हें क्रिकेट का भगवान इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने मैदान में कभी अपना आपा नहीं खोया।
वहीं क्रिकेटर के पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने अंजलि तेंदुलकर से 24 मई 1995 को शादी की। इन दोनों के दो बच्चे हैं, अर्जुन तेंदुलकर और सारा तेंदुलकर।
सचिन का टोटल नेटवर्थ 1350 करोड़ रुपये है
सचिन तेंदुलकर के नाम पर कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। उनकी टोटल नेटवर्थ 1350 करोड़ रुपये बताई जाती है। वह विज्ञापनों, ब्रांड एंडोर्समेंट आदि से अच्छी-खासी कमाई करते हैं। वह दो फुटबॉल टीम के मालिक भी हैं। सचिन तेंदुलकर बड़ी और महंगी कारों के शौकीन हैं। उनके कलेक्शन में BMW, मर्सिडीज जैसी कई कारें शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सचिन तेंदुलकर के घर की कीमत करीब 60 करोड़ रुपये है।