काफी समय से बीजेपी सांसद और पूर्व भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवान प्रदर्शन कर रहे हैं। पहलवानों ने बृजभूषण पर महिला खिलाड़ियों का यौन शोषण करने का आरोप लगते हुए उनके खिलाफ कर्रवाई की मांग की है। लेकिन अभी तक उनके खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। फिलहाल बृजभूषण को हटाकर उनके करीबी संजय सिंह को कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष चुन लिया गया है, जिससे विवाद और बढ़ गया है। अब विरोध कर रहे मुख्य चेहरे बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक से प्रियंका गांधी से मुलाकात की है। इस दौरान प्रियंका ने कहा की, 'मैं एक महिला के रूप में यहां आई हूं क्योंकि उनके साथ जो हुआ वह गलत है।'
नाराज साक्षी ने किया सन्यांस का ऐलान
पहलवान संजय सिंह का चुनाव होने पर अपने- अपने तरीके से विरोध जता रहे हैं। बजरंग पूनिया ने जहां अपना पद्मश्री लौटाने का फैसला किया है, वहीं उन्होंने इसको लेकर पीएम मोदी को ओपन लेटर भी लिखा। वहीं साक्षी ने 21 दिसंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सन्यांस लेने का फैसला किया है। वहीं विनेश फोगाट ने कवित शेयर करते हुए लिखा कि वरदान मांगूंगा नहीं। फोगाट ने पूनिया के लेटर को शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि अभी किसी खिलाड़ी के मरने पर रोने का इंतजार करना।
बजरंग पूनिया ने लगाई पीएम मोदी से गुहार
पीएम मोदी को ओपेन लेटर में बजरंग पूनिया ने caption में लिखा है,- 'मैं अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री जी को वापस लौटा रहा हूं। कहने के लिए बस मेरा यह पत्र है। यही मेरी स्टेटमेंट है। ' आप भी डालिए ओपेन लेटर पर एक नजर...
बता दें प्रियंका के साथ कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी पहलवानों के समर्थन में पहुंचे थे और उन्होंने एक पोस्ट भी शेयर किया।
साक्षी मलिक का फूटा गुस्सा
साक्षी मलिक ने कहा, ‘‘हमने दिल से लड़ाई लड़ी लेकिन बृजभूषण जैसा आदमी, उसका बिजनेस साझीदार और करीबी सहयोगी डब्ल्यूएफआई का अध्यक्ष चुना गया है तो मैं कुश्ती छोड़ती हूं। आज के बाद आप मुझे मैट पर नहीं देखोगे।’’बता दें कि केंद्रीय खेल मंत्रालय ने कहा कि पद्मश्री लौटाना बजरंग पूनिया का निजी फैसला है।