अच्छी और खुशहाल जिंदगी बीताने के लिए अच्छे काम करने की जरूरत होती है। ऐसे में ही हिंदुओं के 18 धार्मिक ग्रंथों में गरुड़ पुराण एक है। इस पुराण में बताया गया है कि एक अच्छे, सुखी और खुशहाल जीवन को कैसा जीया जा सकता है। इसी पुराण में एक अध्याय है जो आचारकांड में नीतिसार के नाम से जाना जाता है। इसमें अलग-अलग नीतियों के बारे में बताया गया है। इसी में मुख्य 5 ऐसी बातों के बारे में बताया गया है, जिसे अपनाकर घर-परिवार में खुशियों का आगमन होता है। नहीं तो व्यक्ति को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। तो चलिए जानते है उन पांच बातों के बारे...
पहली बात- बच्चे के संस्कार
अगर माता- पिता बच्चे को अच्छे संस्कार नहीं देते हैं। ऐसे में उनकी परवरिश करते समय अच्छे से ध्यान न देने से बच्चे बिगड़ने लगते हैं। ऐसे में संस्कारी संतान न होने पर मां- बाप को समाज में अपमानित होना पड़ता है। इसलिए अपने बच्चे और परिवार के उज्जवल भविष्य के लिए मां- बाप को बच्चों की परवरिश करते समय उन्हें अच्छे संस्कार देना बहुत मायने रखता है।
दूसरी बात- लालच
लालच करना हमेशा से ही बुरा माना गया है। इससे व्यक्ति को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अक्सर बड़ी से बड़ी मछली भी छोटे से मांस के टुकड़े को पाने के लालच में अपनी जान तक गवां बैठती है। ऐसे में किसी लालच में पड़ने की जगह सच्चे व साफ मन से कड़ी मेहनत कर अपने लक्ष्य को हासिल करना चाहिए।
तीसरी बात- आय से अधिक खर्च
नीतिसार के अनुसार, अपनी आय से अधिक खर्च करने वाला व्यक्ति कई समस्याओं से घिरा रहता है।
चौथी बात- बुरी संगत
व्यक्ति को अच्छे और बुरे में फर्क पता होना चाहिए। ऐसे में उसे किसी बुरी संगत में फंस कर अपना जीवन खराब नहीं करना चाहिए। गलत लोगों और संगत में रह कर हमेशा बुरा परिणाम ही मिलता है। ऐसे में हमेशा बुरी संगत से बच कर रहना चाहिए।
पांचवीं बात- स्वार्थी
नीतिसार के अनुसार, जो लोग हर चीज में अपना स्वार्थ देखते हैं। अपने भले के लिए दूसरों का बुरा करने से भी नहीं कतराते वे जिंदगी में कभी भी सुखी नहीं रह सकते हैं।
ऐसे में अगर आप अपना जीवन सुखी, सफल और खुशहाल चाहते हैं तो नीतिसार की इन पांच बातों को हमेशा ध्यान में रखें।