नारी डेस्क : हमारा गलत खानपान, कम पानी पीना और खराब लाइफस्टाइल के कारण किडनी से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। कई बार स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि मरीज को किडनी ट्रांसप्लांट कराना पड़ता है। हालांकि, सर्जरी के बाद भी अगर सावधानी न रखी जाए तो नई किडनी फेल हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि ट्रांसप्लांट के बाद कुछ विशेष बातों का ध्यान रखा जाए।
किडनी ट्रांसप्लांट क्यों होता है ज़रूरी?
जब दोनों किडनियां खराब हो जाती हैं और शरीर से विषैले तत्व बाहर नहीं निकल पाते, तब ट्रांसप्लांट ही एकमात्र समाधान बचता है। यह मरीज को नया जीवन देता है। लेकिन ध्यान रहे, यह प्रक्रिया केवल सर्जरी तक सीमित नहीं है। नई किडनी को शरीर में एडजस्ट कराने के लिए लंबे समय तक निगरानी और दवा जरूरी होती है।

नई किडनी फेल क्यों होती है?
नेशनल किडनी फाउंडेशन के अनुसार, ट्रांसप्लांट के बाद मरीज को लाइफटाइम इम्यूनोसप्रेसिव दवाइयां लेनी होती हैं। ये दवाएं शरीर की इम्यून सिस्टम को नई किडनी पर हमला करने से रोकती हैं। अगर मरीज दवा लेना भूल जाए या खुराक में लापरवाही करे, तो नई किडनी पर खतरा बढ़ जाता है।
संक्रमण (Infection) से बचाव रखें
किडनी ट्रांसप्लांट के बाद शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। इस कारण मरीज को इंफेक्शन का खतरा रहता है।
साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें।
समय-समय पर हाथ धोएं और भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें।
मास्क का इस्तेमाल करें।
किसी बीमार व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें।

खानपान में बरतें सावधानी
ट्रांसप्लांट के बाद मरीज को संतुलित और हल्का आहार लेना चाहिए।
ताजा फल, हरी सब्जियां और घर का बना खाना खाएं।
नमक और तेल का सेवन सीमित रखें।
शराब और धूम्रपान पूरी तरह से बंद कर दें।
जंक फूड और ज्यादा मीठी चीजों से परहेज करें।
लाइफस्टाइल में रखें संतुलन
किडनी ट्रांसप्लांट के बाद धीरे-धीरे सामान्य जीवन में लौटना चाहिए।
सर्जरी के तुरंत बाद भारी व्यायाम या शारीरिक मेहनत न करें।
डॉक्टर की सलाह पर हल्की एक्सरसाइज शुरू करें।
नींद पूरी लें और स्ट्रेस से बचें।
समय-समय पर डॉक्टर से जांच करवाते रहें।

ट्रांसप्लांट के बाद मरीज को नियमित रूप से ब्लड टेस्ट और यूरिन जांच करवानी चाहिए। इससे डॉक्टर यह पता लगा सकते हैं कि नई किडनी सही तरीके से काम कर रही है या नहीं। किसी भी तरह की थकान, सूजन, पेशाब में बदलाव या बुखार जैसे लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
किडनी ट्रांसप्लांट जीवन देने वाली प्रक्रिया है, लेकिन यह तभी सफल होती है जब मरीज खुद अपनी सेहत की जिम्मेदारी समझे। सही दवाएं, साफ-सुथरी दिनचर्या और डॉक्टर की सलाह मानने से नई किडनी लंबे समय तक स्वस्थ रह सकती है।