सेलिब्रिटीज हो या आम इंसान, हर कोई आजकल वेट लूज करने के लिए डाइट पर डिपेंड है, वेगन, कीटो और ना जानें कितनी तरह की डाइट हैं जो फॉलो की जा रही हैं लेकिन वजन घटाने के चक्कर में लोग यह भूल रहे हैं कि बहुत सी डाइट के फायदे के साथ कई साइड इफैक्टस भी होते हैं। हाल ही में हिंदी और बंगाली एक्ट्रेस मिष्टी मुखर्जी का 27 साल की उम्र में निधन हो गया जिसकी वजह कीटो डाइट को माना जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक, डाइट के चलते एक्ट्रेस की दोनों किडनियां फेल हो गई थीं जिस वजह से उनका निधन हो गया। इतनी कम उम्र में ऐसा होना सच में काफी हैरानीजनक है। चलिए आपको कीटो डाइट के बारे में विस्तार से बताते हैं।
क्या है Keto Diet?
कीटो डाइट यानि कि कार्बोहाइड्रेट कम और हाई फैट ज्यादा।
ताकि शरीर को कीटोसिस स्थिति में लाया जा सके। यह शरीर की ऐसी मेटॅबॉलिक स्थिति है, जिसमें शरीर, ब्लड गुल्कोस (कार्बोहाइड्रेट) की बजाए फैट के टुकड़ों को तोड़ कर एनर्जी के रूप में इस्तेमाल करता है। ऐसा तब होता है जब आप एक दिन में 40 ग्राम से भी कम कार्बोहाइड्रेट डाइट लेते है। ऐसी स्थिति में आपका दिमाग भी फैट से मिली एनर्जी से ही चलता है। भले ही यह वजन तेजी से घटाती हो लेकिन इसके नुकसान भी है।
कीटो डाइट में खाए जाते हैं ये आहार
एक आदर्श कीटो डाइट में 75 प्रतिशत वसा, 20 प्रतिशत प्रोटीन और 5 प्रतिशत कार्ब होते हैं। कीटो डाइट में अंडे, मीट, फुल−फैट डेयरी, पत्तेदार सब्जियां और बिना स्टार्च की सब्जियां, एवोकाडो, ऑलिव ऑयल आदि को शामिल किया जाता है।
अब जरा इसके नुकसान जान लें
सबसे बड़ा खतरा दिल को...
कीटो डाइट कार्डियोवस्कुलर हेल्थ यानी आपके दिल के लिए खतरनाक हो सकती है। अमेरिकन जर्नल ऑफ मेडिसिन (American Journal of Medicine) में पब्लिश रिसर्च के अनुसार, इस डाइट में ऐसी चीजों का सेवन करने की सलाह दी जाती है, जिससे हार्ट रिस्क (cardiovascular risk) बढ़ सकता है। कीटो डाइट में किए जाने वाले फैट के सेवन से दिल को नुकसान हो सकता है। कुछ रिसर्च यह भी कहती हैं कि कीटो डाइट दिल की धमनियों में अकड़न पैदा करती है। वहीं हेल्थ एक्सपर्ट, इस डाइट को हार्ट डिजीज का कारण मानते हैं।
वहीं इसके अन्य साइड इफैक्ट्स की बात करें तो...
1. शरीर में ऐंठन आनी शुरु हो जाती है हालांकि यह सामान्य बात है लेकिन अगर ऐसा बार-बार हो रहा है तो इसका कारण शरीर में मैग्नीशियम की कमी हो सकती है। ऐसा होने डाइट में लिक्विड चीजें और नमक जरूर लें। इससे मैग्नीशियम की कमी पूरी हो जाती है।
2. एनर्जी की कमी होने लगती है। कीटो डाइट लेने से हो सकता है कि आपके शारीरिक क्षमता में कमी आए। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपका शरीर फैट को उर्जा के रूप में इस्तेमाल करता है। हालांकि जब आप दोबारा अच्छी डाइट खाए तो यह समस्या दूर होने लगती है।
3. कई बार शरीर में विटामिन्स की कमी भी होने लगती है क्योंकि ऐसी डाइट में सिर्फ फैट वाले फूड्स पर फॉक्स किया जाता है।
4. कीटो डाइट के चलते कई बार दिल की धड़कन सामान्य से तेज हो जाती हैं और जी मचलाना भी हो सकता है और सिरदर्द की समस्या भी रहने लगती है। ऐसी स्थिति में अधिक से अधिक पानी पिएं और नमक खाएं। इसके अलावा आप दिन में एक बार पोटैशियम सप्लिमेंट भी ले सकते हैं।
5.बहुत से लोग इस डाइट के चलते कॉन्स्टिपेशन यानी कब्ज से दुखी हो जाते हैं इसका एक सरल सा समाधान है कि आप अधिक पानी पीएं व फाइबर व बिना स्टार्च वाली सब्जियों का सेवन करें।
लोग एक दूसरे के देखा देखी डाइट को फॉलो तो कर लेते हैं लेकिन इसे फॉलो करना इतना आसान भी नहीं है। कई बार आपका शरीर ऐसी डाइट को ऑप्ट नहीं कर पाता। खासकर डायबिटीक पेशेंट को ऐसी डाइट लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए।