वास्तुशास्त्र और नवग्रह मंडल में उत्तर दिशा का विशेष महत्व माना जाता है। असल में, भारत देश के उत्तर में वास्तु नाथ कहे जाने वाले भगवान शिव का निवास स्थान अर्थात् कैलाश पर्वत स्थापित है। साथ ही धन के देवता कुबेर द्वारा भी यह दिशा अतिप्रिय मानी जाती है। इसलिए इस दिशा पर कुछ खास चीजें रखने से धन के देवता कुबेर जी की कृपा मिलती है।
ज्योतिष्शास्त्र के अनुसार, किसी व्यक्ति के अमीर या गरीब होने के पीछे कुबेर जी का हाथ होता है। बात अगर महालक्ष्मी की करें तो वे चंचल स्वभाव की होने के चलते जल्दी किसी के हाथ में टिकती नहीं है। ऐसे में कुछ उपायों को करके धन के देवता कुबेर को प्रसन्न किया जा सकता है तो चलिए जानते हैं उन उपायों के बारे में विस्तार से...
शिवलिंग
घर की उत्तर दिशा धन के देवता कुबेर, बुध ग्रह, ब्रह्म देव और शिव जी की मानी जाती है। ऐसे में यह दिशा सही न होने पर नवग्रहों के साथ कुबेर देवता और भगवान शिव जी की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। इसके लिए इस दिशा को साफ- सुथरा व हरियाली से भरा हुआ रखना चाहिए। साथ ही अगर आप शिवलिंग की स्थापना करना चाहते हैं तो उनका मुख्य भी इसी दिशा में होना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक माहौल बनने के साथ सुख- शांति व समृद्धि का वास होता है।
पारद शिवलिंग
माना जाता है कि इस दिशा में पारद शिवलिंग रखने से धन के देवता की कृपा होती है। ऐसे में पैसों की किल्लत दूर हो आर्थिक स्थिति में सुधार आता है। पारद जो बुध की धातु से भी जाना जाता है उसे तिजोरी में रखने से जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
सवां इंच का हो पारद शिवलिंग
शिवलिंग को स्थापित करने से पहले इस बात का खास ध्यान रखें कि वह सवा इंच का हो। साथ ही शिवलिंग का मुख्य भी इसी दिशा में होना चाहिए।
हरा रंग
अगर आप धन से जुड़ी समस्याओं से परेशान रहते हैं तो ऐसे में घर की उत्तर दिशा को हरे रंग का पेंट करवाने से लाभ मिलता है।
ये 5 चीजें जरूर होनी चाहिए
घर की उत्तर दिशा का विशेष महत्व होने से इस दिशा में घर का मंदिर बनवाना चाहिए। साथ ही यहां पर हमेशा 5 तत्वों की चीजों जरूर रखनी चाहिए। इनमें मुख्य रूप से अग्नि तत्व से दीपक, जल तत्व से तिलक, वायु तत्व से धूप, पृथ्वी तत्व से प्रसाद और आकाश तत्व से फूल आदि शामिल होते हैं। इन सभी चीजों से वास्तुनाथ कहलाने वाले भगवान शिव और कुबेर देवता की पूजा करने से उनकी असीम कृपा मिलती है। ऐसे में कारोबार में तरक्की के रास्ते खुलते हैं।
इस दिशा में न हो वॉशरूम
वास्तु के अनुसार, घर की उत्तर दिशा में को हमेशा साफ- सुथरा रखना चाहिए। यहां पर कोई भारी, बेकार सामान रखने से बचने चाहिए। साथ ही इस दिशा में टॉयलेट या वॉशरूम कभी नहीं बनवाना चाहिए। नहीं तो इससे घर के सदस्यों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए घर की इस दिशा को हमेशा साफ, खुला व खुशबूदार रखना चाहिए।