जाने-माने उद्योगपति रमेश चौहान ने साफ कर दिया है कि उनकी बोतलबंद पानी कारोबार बिसलेरी इंटरनेशनल को बेचने की कोई योजना नहीं है, अब उनकी कंपनी की भागदौड़ कोई ओर नहीं उनकी बेटी जयंती चौहान संभालेगी। 42 वर्षीय जयंती चौहान फिलहाल बिसेलरी की चेयरपर्सन हैं, अब देखना यह है कि वह अपने पिता के करोबार को कहां तक लेकर जाती है।
जंयती चौहान को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी
चौहान टाटा समूह की दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लि. (टीसीपीएल) के साथ चार महीने से बातचीत कर रहे थे, लेकिन सौदा आगे नहीं बढ़ पाया। टाटा ग्रुप के बीच बातचीत समाप्त होने के बाद 'बिसलेरी' कंपनी के नेतृत्व ने फैसला लिया कि कारोबार को बेचने की बजाय वह इसकी कमान जंयती चौहान के हाथ में देगी।
पहले जंयती काे नहीं थी बिजनेस में दिलचस्पी
याद हो कि पिछले साल खबर आई थी कि 82 साल के रमेश चौहान ने खराब स्वास्थ्य और इकलौती संतान जंयती का उनके बिजनेस में कोई दिलचस्पी नहीं होने की वजह से इसे बेचने का फैसला किया है, लेकिन अब उनकी बेटी मान गई है। बताया जाता है कि बिसलेरी के कर्ता-धर्ता रमेश चौहान ने अपनी बेटी को 24 की उम्र में ही कंपनी बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी थी। शुरुआत में उन्हें दिल्ली ऑफिस की जिम्मेदारी दी गई थी. उसके बाद 2011 में मुंबई बिसलेरी कार्यालय का भी जिम्मा उन्हें सौंप दिया गया था।
जंयती ने कंपनी को दिलवाया मुनाफा
1985 में जन्मी जंयती चौहान ने लंदन के फैशन इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन एंड मर्चेंडाइजिंग से पढ़ाई की है और वो ट्रैवलिंग और फोटोग्राफरी पसंद करती हैं। उन्होंने मार्केटिंग प्लान के साथ अपने पापा के बिजनेस को आगे बढ़ाया, जिससे कंपनी जबरदस्त मुनाफे में आ गई। यह कहना गलत नहीं होगा कि इस कंपनी को लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचाने का काम जंयती चौहान ने किया।
बिसलेरी को मिली नई पहचान
शभर में बिसलेरी के 122 से अधिक ऑपरेशनल प्लांट मौजूद हैं, जबकि पूरे भारत में लगभग 5,000 ट्रकों के साथ 4,500 से अधिक इसका डिस्ट्रीब्यूटर नेटवर्क है। जंयती चौहान के चलते आज ये ये कंपनी पानी के आलावा Vedika, फिजी फ्रूट ड्रिंक्स जैसे प्रोडक्ट्स बनाती है। जयंती चौहान फिलहाल नए प्रोडक्ट डेवलपमेंट पर काम कर रही हैं और बिसलेरी मिनरल वॉटर, वेदिका नेचुरल मिनरल वॉटर और फिजी फ्रूट डिंक एंड बिसलेरी हैंड प्यूरीफायर पर काम कर रही हैं।