काली में विटामिन, एंटी- ऑक्सीडेंट, एंटी- बैक्टीरियल, एंटी- वायरल आदि गुण पाएं जाते है। यह एक ऐसा मसाला है जो भोजन का स्वाद बढ़ाने के साथ शरीर को बीमारियों की चपेट में आने से रोकता है। रिसर्च के अनुसार भी इसका शहद के साथ सेवन करना शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम कर दिल से जुड़ी बीमारियों के होने के खतरे को कम करती है। साथ ही अन्य बीमारियों के लगने के खतरे को काफी हद तक कम करने में मदद करती है। शहद में मौजूद एंटी- ऑक्सीडेंट, एंटी- वायरल गुण इम्यून सिस्टम स्ट्रांग करने के साथ बीमारियों के लगने के खतरे को कम करता है।
कैसे करें सेवन?
1. आप रोजाना थोड़ी सी काली मिर्च को गर्म पानी में उबाल कर इसमें शहद मिक्स कर तैयार काढ़े का सेवन कर सकते है।
2. काली मिर्च के पाउडर को शहद के साथ मिलाकर भी खा सकते है।
तो चलिए जानते है इनके सेवन से मिलने वाले अनगिनत फायदों के बारे में...
मौसमी सर्दी- जुकाम, बुखार से दिलाएं राहत
औषधीय गुणों से भरपूर काली मिर्च का सेवन करने से मौसमी सर्दी, जुकाम, खांसी व बुखार से आराम मिलता है। काली मिर्च पाउडर को शहद में मिक्स कर सेवन करने से काफी फायदा मिलता है।
इम्यूनिटी बढ़ाएं
शरीर को बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने की जरूरत होती है। ऐसे इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी- वायरल, एंटी- बैक्टीरियल गुण होने से यह इम्यून सिस्टम मजबूत करने में मदद करती है। ऐसे में बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बहुत कम रहता है। जैसे कि सभी जानते है कि आज दुनिया भर में कोरोना वायरस फैला हुआ है। इससे बचने के लिए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता स्ट्रांग होने की जरूरत है। इसके लिए काली मिर्च को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
दिल रखें स्वस्थ
कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने से दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा कम रहता है। इसके साथ ही इसमें कार्डियो प्रोटेक्टिव एक्टिविटी तत्व पाया जाता है। ऐसे में दिल से संबंधित गंभीर और जानलेवा रोग लगने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
डायबिटीज
आजकल बहुत से लोग शुगर के शिकार है। इसके कंट्रोल में रहने पर व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। ऐसे में रोजाना भोजन में काली मिर्च का सेवन करना बेस्ट ऑप्शन है। यह शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने में मदद करती है।
सूजन करें कम
शरीर में सूजन की शिकायत को दूर करने के लिए काली मिर्च रामबाण की तरह काम करती है। इसके सेवन से शरीर में होने वाली सूजन से आराम मिलता है। खासतौर पर जो लोग अर्थराइटिस की समस्या से परेशान है। उन्हें रोजाना काली मिर्च का सेवन जरूर करना चाहिए। एक रिसर्च के अनुसार भी काली मिर्च में एंटी- ऑक्सीडेंट, एंटी- इंफ्लेमेटरी, एंटी- बैक्टीरियल गुण होने से यह शरीर में होने वाली सूजन को दूर करने में मदद करती है। इसके अलावा अस्थमा के रोगियों के लिए भी यह काफी फायदेमंद होती है।
दिमाग की कार्य क्षमता बढ़ाएं
आजकल के बिजी लाइफस्टाइल और काम के अधिक बोझ के कारण दिमाग पर बहुत ही स्ट्रेस पड़ता है। इसके कारण दिमाग सही ढंग से काम नहीं कर पाता है। मगर काली मिर्च और शहद में मौजूद एंटी- ऑक्सीडेंट, एंटी- वायरल और पिपेरिन नामक तत्व दिमाग को सुचारू ढंग से काम करने की क्षमता बढ़ाता है।
कोलेस्ट्रॉल को करें कंट्रोल
शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल नियंत्रित होना बेहद जरूरी है। इसके बढ़ जाने से व्यक्ति को गंभीर बीमारी लगने के साथ मौत होने का भी खतरा रहता है। इससे बचने के लिए खाने में काली मिर्च और शहद को जरूर शामिल करना चाहिए। यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में काफी हद तक मदद कर बीमारियों की चपेट में आने से बचाती है।
पाचन तंत्र करें मजबूत
काली मिर्च और शहद में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी- वायरल गुण होने से यह पाचन क्रिया बेहतर करने में मदद करती है। साथ ही पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे कि पेट फूलना, एसिडिटी, कब्ज, अल्सर, आदि से राहत मिलती है। एक रिसर्च के अनुसार काली में पाएं जाने वाले पोषक गुण शरीर में मौजूद गुड़ बैक्टीरिया में सुरक्षित रखने में मदद करते है। ऐसे में पेट से संबंधित बीमारियों के लगने का खतरा कम रहता है।