वास्तु शास्त्र की तरह फेंगशुई चीन का वास्तु शास्त्र माना जाता है। इसमें भी घर में पॉजिटिव ऊर्जा बढ़ाने और नेगेटिविटी को दूर करने के कई सारे उपाय बताए गए हैं। इन उपायों का पालन करने से घर की नेगेटिविटी दूर होती है और पॉजिटिविटी का आगमन होता है। पॉजिटिविटी आने से घर का माहौल भी ठीक रहता है और सदस्यों की भी तरक्की होती है। तो चलिए आज आपको फेंगशुई के कुछ ऐसे नियम बताते हैं जो घर में पॉजिटिविटी बढ़ाएंगे।
यहां रखें फर्नीचर
फेंगशुई शास्त्र के अनुसार, इस बात का ध्यान रखना जरुरी है कि जहां आपके बैठने की जगह है वहां से लेकर कमरे के दरवाजे तक सीधी नजर न जाए। यानी की बैठने की जगह जहां बी हो वहां से कमरे के दरवाजे तक कोई रुकावट नहीं होनी चाहिए क्योंकि दरवाजे से ही घर में पॉजिटिविटी आती है। यदि यहां पर कोई रुकावट होगी तो आपके कार्य में भी बाधा आ सकती है।
साफ हो प्रवेश द्वार
घर का प्रवेश द्वार भी बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है इसलिए फेंगशुई शास्त्र के अनुसार, इसको हमेशा साफ-सुथरा और व्यस्थित रखना चाहिए। दरवाजे के खुलने और बंद करने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। दरवाजे में होने वाली आवाज मन में परेशानी पैदा करती है। इसके अलावा यह ध्यान रखें कि घर के प्रवेश द्वार में पर्याप्त मात्रा में रोशनी आए।
न रखें फालतू सामान
घर में जरुरत से ज्यादा बेकार सामान रखने से पॉजिटिव एनर्जी का फ्लो कम होता है। फेंगशुई शास्त्र के अनुसार, घर में इतना सामान ही रखना शुभ माना जाता है जितना जरुरी हो। यदि घर में इतना सामान है जिसके कारण चलने फिरने में परेशानी आ रही है तो उससे पॉजिटिव एनर्जी आने में अड़चन होती है जिसका असर घर के सदस्यों की तरक्की और करियर पर भी होता है।
पौधे लगाएं
सिर्फ वास्तु शास्त्र ही नहीं बल्कि फेंगशुई शास्त्र में भी पौधे घर में पॉजिटिविटी का संचार बढ़ाने वाले माने जाते हैं। इन्हें घर में लगाने से सुंदरता और सकारात्मकता दोनों बढ़ती हैं। लेकिन घर में कभी भी नुकीली पत्तियों वाले पौधे न लगाएं। ऐसे पौधे घर में तनाव का माहौल पैदा करते हैं।
ऐसे न रखें सोफा
घर में सोफा कभी भी ऐसे नहीं रखना चाहिए कि इसका पीछे का हिस्सा कमरे के दरवाजे की ओर हो। इसके अलावा इसे ऐसे भी बिल्कुल भी नहीं रखना चाहिए कि बाहर से आने वाले लोगों को सोफे का पिछला हिस्सा दिखे। फेंगशुई में इस बात पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है कि घर में पॉजिटिव एनर्जी आने में कोई बाधा न पड़े।