
नारी डेस्क: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव ने अब सिर्फ कागज़ों तक सीमित नहीं रहकर असली जंग का रूप ले लिया है। राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित पश्चिमी सरहद पर स्थित यह इलाका अब युद्ध के मैदान में बदलता जा रहा है। शनिवार तड़के पाकिस्तान ने एक और ड्रोन हमले की कोशिश की, जिससे इलाके में जोरदार धमाकों की आवाजें गूंज उठीं। इस खतरे को भांपते हुए प्रशासन ने तुरंत हरकत में आकर पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी कर दिया और लोगों से घरों में रहने की अपील की।
पाकिस्तान की बौखलाहट, बाड़मेर पर हमला
शुक्रवार रात लगभग 9:03 बजे पाकिस्तान ने एक बार फिर बाड़मेर के उत्तरलाई वायुसेना स्टेशन को निशाना बनाने की कोशिश की। यह दूसरा मौका था जब पाकिस्तान ने इस एयरबेस को टारगेट किया। इससे पहले भी दो दिन पहले पाकिस्तान ने ड्रोन से हमला करने की कोशिश की थी, लेकिन उस हमले में भारतीय सेना ने पाकिस्तान सीमा में ही ड्रोन को मार गिराया था। ताजा हमले में भी भारतीय सेना की सतर्कता ने पाकिस्तान के मंसूबों को नाकाम कर दिया।
रेड अलर्ट और ब्लैकआउट
बाड़मेर में शुक्रवार शाम से ही रेड अलर्ट लागू कर दिया गया था और शनिवार सुबह तक हालात इतने गंभीर हो गए कि शहर की सड़कों और गलियों में सन्नाटा पसरा रहा। प्रशासन ने स्थिति को और बिगड़ने से बचाने के लिए बिजली की आपूर्ति भी बंद करवा दी, ताकि दुश्मन को कोई भी विजुअल टारगेट न मिले। अब इलाके में अंधेरा था और लोग अपनी सुरक्षा को लेकर अपने घरों में ही बंद हो गए थे।
अस्पतालों और आपात सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया
सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर भी पूरी सतर्कता बरती गई। अस्पतालों को पूरी तरह तैयार रहने के निर्देश दिए गए थे, ताकि किसी भी आपात स्थिति का सामना किया जा सके। नागरिक सुरक्षा दल और पुलिस भी पूरी तरह सक्रिय हो गए थे। पुलिस सड़कों पर टॉर्च की रोशनी में गश्त कर रही थी, लेकिन रोशनी का इस्तेमाल केवल तब किया जा रहा था जब कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई देती थी।
स्थिति की गंभीरता
पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रही हमलावर गतिविधियों को देखते हुए बाड़मेर और आसपास के इलाके में स्थिति गंभीर बनी हुई है। प्रशासन ने अब तक लोगों से पूरी तरह सतर्क रहने की अपील की है, और सुरक्षा को लेकर सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।