नारी डेस्क: पैरेंट्स अपने बच्चों को हेल्दी रखने के लिए तरह- तरह के तरीके अपनाते हैं। उनकी हर एक हरकत पर पैनी नजर भी रखते हैं। एक ऐसी ही समस्या है होती है जिससे पैरेंट्स समझ नहीं पाते की वो नॉर्मल है या परेशानी बड़ी है। कई सारे बच्चे सोते हुए दांत पसीते हैं। कई पैरेंट्स को लगता है कि पेट में कीड़े की वजह से ये बच्चा दांत किटकिटा रहा है। अगर आपका बच्चा भी ऐसा करता है और आपको इसका कारण नहीं पता है तो चलिए हम आपको बताते हैं इसके बारे में...
सोते समय बच्चा क्यों पीसता है दांत
मेडकिल भाषा में दांत पसीने की समस्या को ब्रुक्सिज्म कहते हैं। जब छोटे बच्चों में दिक्कत शुरू होती है तो ज्यादातर पेरेंट्स को लगता है कि बच्चे के पेट में कीड़े हो गए है, जिस वजह से वो दांत पीस रहा है। ऐसे में पैरेंट्स अपने बच्चों को डिवर्मिंग की दवा यानी पेट में होने वाले कीड़ों को मारने की दवा देने लगते हैं, लेकिन ये गलत है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि दांत पीसने या किटकिटाने वाली समस्या कीड़ों की वजह से नहीं होती, ये उन बच्चों को होती है जो बहुत सेंसटिव होते हैं। इसके अलावा अगर बच्चे को किसी बात का डर हो या बच्चे को किसी बात से एंग्जायटी हो तब भी ऐसा होता है।
वहीं ज्यादातर बच्चों को सोते समय अपने दांत किटकिटाने के बारे में याद भी नहीं होता है। डॉक्टर ने लोगों को सलाद ही है अगर किसी बच्चे को ये समस्या लंबे समय से है तो डॉक्टर से संपर्क करें। ऐसा इसलिए क्योंकि कई बार ब्रुक्सिज्म के कारण बच्चों को जबड़े में दर्द की समस्या हो जाती है।
सोते समय बच्चों के दांत पीसने के कैसे रोकें
- बच्चों से खूब सारी बातें शेयर करें और ये जानें कि आपका बच्चा किसी तरह का स्ट्रेस को नहीं ले रहा।
-बच्चों के साथ समय बिताएं और उन्हें पार्क में ले जाएं ताकि वो स्ट्रेस फ्री महसूस करें।
-बच्चे के सोने और जगने का ध्यान रखें। बच्चे को कम से कम 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए।
- अगर बच्चा की दांत किटकिटाने की आदत छुट नहीं रही तो उन्हें डांटे नहीं, बल्कि प्यार से समझाएं। कई बच्चे बहुत सेंसटिव होते हैं। ऐसे में जब बच्चे को डांटते हैं तो वो डर से भी इस बीमारी के शिकार हो जाते हैं।