बॉलीवुड की पहली महिला कॉमेडियन टुनटुन को याद करके लोगों के चेहरे पर आज भी मुस्कान आ जाती हैं। टुनटुन का रियल नेम उमा देवी खत्री था। आज टुनटुन की बर्थ एनिवर्सरी है। टुनटुन छोटी-सी थी जब उनके माता-पिता गुजर गए फिर उनके चाचा ने उनकी परवरिश की।
बॉलीवुड की पहली महिला कॉमेडियन टुनटुन
यूपी के एक छोटे से गांव में जन्मी टुनटुन को बचपन से ही गाने का शौक था। वह रेडियो पर गाने सुनकर रियाज किया करती थी लेकिन उस समय में लड़कियों का पढ़ाई करना मुश्किल था तो सिंगर बनाना बहुत दूर की बात थी। एक बार उनकी एक सहेली गांव आई जो काफी फेमस सिंगर्स को जानती थी। वह टुनटुन को अपने साथ मुंबई ले गई।
सिंगर नौशाद साहब ने दिया सिंगिंग में ब्रेक
मुंबई में उनकी मुलाकात सिंगर नौशाद साहब से हुई। टुनटुन ने उनसे फिल्म में गाने का मौका मांगा लेकिन उन्होंने मना कर दिया। टुनटुन ने कहा कि अगर वह उसे गाना गाने का मौका नहीं देंगे तो वह उनके बंगले से समुद्र में कूद जाएगी, जिसके बाद उन्होंने उसका ऑडिशन लिया। वह टुनटुन की आवाज से काफी इम्प्रेंस हुए और उसे काम दिया।
200 फिल्मों में भी किया काम
बतौर सिंगर टुनटुन का करियर काफी अच्छा चला लेकिन फिर इंडस्ट्री में नई सिंगर्स आने लगे, जिससे उन्हें काम मिलना कम हो गया। सिंगर नौशाद साहब ने टुनटुन को एक्टिंग करने के लिए कहा। टुनटुन ने फिल्मों में आने के लिए शर्त रखी कि वह दिलीप कुमार की फिल्म में ही एक्टिंग करेगी। टुनटुन की यह बात सुनकर नौशाद साहब भी हंस पड़े। उमा देवी खत्री ने टुनटुन बनकर एेसा कमाल दिखाया कि वह भारत की पहली महिला कॉमेडियन बन गईं। टुनटुन को लोगों ने इतना प्यार दिया कि फिल्मों में उनके लिए खास रोल लिखे जाते थे। उन्होंने अपने करियर में लगभग 200 फिल्मों में काम किया। 2003 में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।